सीरिया के विद्रोही समूहों की होम्स की ओर बढ़त

सीरिया के अत्यधिक तनावपूर्ण राजनीतिक वातावरण में एक नए मोड़ ने दुनिया भर का ध्यान खींचा है। हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के विद्रोही बलों ने हमा शहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है और अब होम्स की ओर अग्रसर हैं। होम्स, सीरिया का तीसरा सबसे बड़ा शहर है और यह मुख्य रूप से दमिश्क को तटीय प्रांतों, लताकिया और टार्टस से जोड़ता है। यह शहर रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सीरिया के दो सरकारी-संचालित तेल शोधन कारखानों में से एक का भी स्थान है।

विद्रोही समूहों की रणनीति और प्रभाव

रिपोर्ट्स के अनुसार, विद्रोही समूहों ने होम्स की ओर बढ़ते हुए कोई विशेष प्रतिरोध नहीं पाया। रस्तान और तालबीसेह नामक दो शहरों पर उनके कब्जे के बाद हजारों लोगों ने होम्स छोड़ दिया है, जिससे एक जनसमुदाय पलायन की स्थिति पैदा हो गई है। यह विद्रोही समूह सीरिया की राजधानी, दमिश्क और राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता गढ़ की ओर बढ़ने की योजना बना रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण

इस संकट को देखते हुए अमेरिकी व इजरायली अधिकारी इस स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। इज़राइल ने हाल के दिनों में सीरिया में ईरानी टारगेट्स पर हवाई हमलों को बढ़ाया है, जिससे ऐसा माना जा रहा है कि वह ईरान को इस अवसर का दोहन करने से रोकना चाहता है। दूसरी तरफ, तुर्की, जो कि सीरियाई विद्रोही समूहों का समर्थन करता है, इस विद्रोही विकास को उत्तरी सीरिया में शक्ति संचय के लिए अवसर के रूप में देखता है। हालांकि, इसका समर्थन, HTS जैसे चरमपंथी गुटों के सशक्तिकरण की चिंता को बढ़ाता है।

बशर अल-असद का शासन संकट में

बशर अल-असद का शासन संकट में

यदि विद्रोही होम्स पर कब्जा करने में सफल होते हैं, तो यह बशर अल-असद के शासन के लिए घातक साबित हो सकता है। होम्स का अधिग्रहण दमिश्क को महत्त्वपूर्ण तटीय क्षेत्रों से अलग कर देगा और असद तथा उनके सहयोगियों को लताकिया और टार्टस के तटीय क्षेत्रों में सिमटने के लिए मजबूर कर सकता है। ये घटनाएँ संभावित रूप से सीरिया के लंबे समय से चले आ रहे गृहयुद्ध को एक निर्णायक मोड़ तक ले जा सकती हैं।

अंतर्राष्ट्रीय बातचीत और प्रतिक्रिया

सीरिया में चल रहे विद्रोह और राजनीतिक अस्थिरता के बीच, रूस और ईरान जैसे देश चिंतित नज़र आते हैं। उनके मध्य पूर्व के रणनीतिक हित असद के शासन के स्थायित्व पर आधारित हैं। इस बीच, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव तुर्की और ईरान के अपने समकक्षों से सीरिया में विद्रोही विकास के सन्दर्भ में बातचीत की योजना बना रहे हैं। रूस ने अपने नागरिकों को जटिल सैन्य-राजनीतिक परिस्थिति के चलते सीरिया से बाहर जाने के व्यावसायिक विमानों के विकल्पों के बारे में परामर्श जारी किया है।

विद्रोही समूहों की प्रसार की गति

सीरिया के विभिन्न हिस्सों में विद्रोही समूहों की गतिविधियाँ जारी हैं। यहां तक कि पूर्वी क्षेत्र में भी, जहाँ कुर्द के नेतृत्व वाले सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस (SDF) ने बिना प्रतिरोध का सामना किए सरकार नियंत्रित क्षेत्र में प्रवेश किया है। इस समय विपक्षी बलों की गतिविधियां सीरिया और व्यापक क्षेत्र में क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरे की चिंता जता रही हैं।

11 टिप्पणि

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    leo kaesar

    दिसंबर 8, 2024 AT 18:54
    ये सब बकवास है। होम्स जाएगा तो असद का खत्म हो गया।
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    Ajay Chauhan

    दिसंबर 9, 2024 AT 20:43
    अरे भाई, ये विद्रोही जो भी हैं, उनका अपना नाम नहीं है। बस अमेरिका के पैसे से चल रहे हैं।
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    Taran Arora

    दिसंबर 11, 2024 AT 09:01
    इंडिया भी अपनी नीति साफ करे। ये जंग हमारे लिए नहीं है। हमारी चिंता तो अपने घर की होनी चाहिए।
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    Atul Panchal

    दिसंबर 12, 2024 AT 03:42
    ये HTS का नाम लेना भी गलत है। ये तो अल-कायदा के बेटे हैं। तुर्की इनको आतंकवादी नहीं मानता? ये तो जानबूझकर अपने हित के लिए बड़ा बहाना बना रहा है।
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    Shubh Sawant

    दिसंबर 13, 2024 AT 17:53
    अमेरिका और इजरायल दोनों बस अपना लाभ देख रहे हैं। ईरान को कमजोर करना है तो ये सब धुंधला दिखा रहे हैं। हमारे नेता कहाँ हैं?
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    Patel Sonu

    दिसंबर 14, 2024 AT 23:02
    ये विद्रोही जो बढ़ रहे हैं वो असली नहीं बल्कि बाहरी शक्तियों के प्यारे हैं। रूस और ईरान अब बस बैठे हैं जैसे बारिश देख रहे हों। इस बार नहीं चलेगा।
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    Puneet Khushwani

    दिसंबर 15, 2024 AT 23:20
    होम्स जाएगा तो दमिश्क का अंत निकट है। इतना स्पष्ट है और कोई नहीं बोल रहा।
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    Adarsh Kumar

    दिसंबर 17, 2024 AT 04:35
    क्या तुम्हें लगता है ये सब यादृच्छिक है? अमेरिका ने तो बस एक चार्ट बनाया था कि कैसे सीरिया टूटेगा। अब वो चार्ट अमल में है। ईरान को रोको नहीं तो भारत भी अगला होगा।
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    Santosh Hyalij

    दिसंबर 18, 2024 AT 03:54
    अगर ये विद्रोही होम्स पर कब्जा कर लेते हैं तो असद के पास बस लताकिया बचेगा। ये नहीं बताया जा रहा कि इसका मतलब है एक नया राष्ट्र बनने की आशा।
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    Sri Lakshmi Narasimha band

    दिसंबर 19, 2024 AT 20:23
    क्या ये दुनिया का अंतिम युद्ध नहीं है? 😔🌍💥 अगर ये गिर गया तो अगला हमारा देश होगा। लोग अभी भी फेसबुक पर लाइक दे रहे हैं।
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    Sunil Mantri

    दिसंबर 20, 2024 AT 20:30
    ये विद्रोही जो होम्स की ओर बढ़ रहे हैं उनका नेतृत्व बिलकुल गलत है और तुर्की भी गलत रास्ते पर है। ये बात तो सब जानते हैं लेकिन कोई नहीं बोलता।

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