विजय का राजनीतिक सफर: ध्वज का अनावरण

22 अगस्त 2024 को अभिनेता और तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) प्रमुख विजय ने चेन्नई के पनैयूर में स्थित पार्टी मुख्यालय में पार्टी ध्वज का अनावरण किया। यह ध्वज आयोजन न केवल विजय के प्रशंसकों के लिए एक भावुक क्षण था बल्कि यह तमिलनाडु की राजनीति में एक नई दिशा की उम्मीद भी जगा रहा था। ध्वज का डिज़ाइन लाल और पीले रंग की धारियों से सजाया गया है जिसमें दो युद्ध हाथी और एक वागाई फूल है। इन प्रतीकों का महत्व विजय ने पार्टी सदस्यों के सामने विस्तार से बताया।

रंग और प्रतीकों का अर्थ

लाल और पीले रंग की धारियाँ संघर्ष और समृद्धि का प्रतीक हैं। ध्वज पर मौजूद दो युद्ध हाथी तमिलनाडु की जनता की शक्ति और एकता को दर्शाते हैं जबकि वागाई फूल विजय का प्रतीक है। ध्वज के अनावरण के दौरान विजय ने इस बात पर जोर दिया कि तमिलनाडु का भविष्य इस ध्वज में निहित है।

प्रेरणा और कार्ययोजना

टीवीके का ध्वज न केवल पार्टी के सिद्धांतों को दर्शाता है बल्कि विजय के नेतृत्व को भी प्रतिबिंबित करता है। विजय ने अपने संबोधन में पार्टी सदस्यों को 'थोज़रगल' (साथी) कहते हुए गर्व व्यक्त किया और ध्वज को तमिलनाडु के भविष्य की जीत का प्रतीक बताया। उन्होंने सदस्यों से ध्वज को अपने घरों में और अपने दिलों में फहराने की अपील की, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी आवश्यक अनुमति और नियमों का पालन किया जाए।

पार्टी के लक्ष्यों और स्वरूप की घोषणा

विजय ने यह भी घोषणा की कि पार्टी के सिद्धांतों और कार्रवाई योजनाओं का विस्तृत विवरण 22 सितंबर को विक्रावंडी, विल्लुपुरम जिले में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया जाएगा। यह सम्मेलन पार्टी की आगे की दिशा और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति को स्पष्ट करेगा।

समाज के प्रति संकल्प और वचन

विजय ने पार्टी सदस्यों से वादा किया कि वे तमिलनाडु के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और भाषा शहीदों की बलिदानों का सम्मान करेंगे और एकजुटता, भाईचारा, साम्प्रदायिक सौहार्द और समानता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। विजय ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय को बनाए रखने का भी वादा किया। पार्टी ने जाति, धर्म, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर भेदभाव को समाप्त करने के लिए काम करने का भी शपथ लिया।

विजय का परिवार और फिल्म उद्योग में योगदान

विजय के पिता, फिल्म निर्देशक एस ए चंद्रशेखर और माता शोभा चंद्रशेखर भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे और पार्टी गान 'तमिलन कोडि परक्कुथु, थलाइवन उगम पिरक्कुथु' (तमिल का ध्वज उड़ रहा है; नेता का युग शुरू होता है) के रिलीज के दौरान अपनी समर्थन दर्शाया। विजय ने फरवरी में अपनी पार्टी की शुरुआत की थी और 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में परी भागीदारी का संकल्प लिया है।

फिल्म और राजनीति का संगम

विजय की अगले फिल्म 'द ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम' की रिलीज 5 सितंबर को होनेवाली है। इसके अलावा, विजय ने अपने करियर की अंतिम 'राजनीतिक' फिल्म निर्देशक एच विनोथ के साथ बनाने की भी प्रतिबद्धता जताई है, जो उनकी तीन दशक लंबी फिल्मी करियर की अंतिम कड़ी मानी जा रही है।

यह आयोजन विजय के लिए बहुस्तरीय महत्व रखता है। एक ओर वे फिल्म उद्योग में अपने करियर के अंतिम पड़ाव की तैयारी कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर उन्होंने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य में अपने कदम जमाने की शुरुआत कर दी है। अब यह देखना रोचक होगा कि विजय की नई पहल तमिलनाडु की राजनीति में क्या नया मोड़ लेकर आती है।

15 टिप्पणि

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    Aashish Goel

    अगस्त 23, 2024 AT 08:00
    ये ध्वज देखकर लगा जैसे किसी फिल्म का पोस्टर लगा हो... लाल-पीले रंग, हाथी, फूल... बस अब बैकग्राउंड में विजय का संगीत चलने लगे।
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    leo rotthier

    अगस्त 24, 2024 AT 12:36
    तमिलनाडु का ध्वज होगा तो यही होना चाहिए ना जो जनता के दिल में बसे लाल रंग संघर्ष का पीला समृद्धि का हाथी ताकत का फूल विजय का और ये सब मिलकर एक नया युग शुरू करेगा जिसमें कोई नहीं रोक सकता
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    Anila Kathi

    अगस्त 25, 2024 AT 18:26
    हाथी तो बहुत सुंदर हैं लेकिन वागाई फूल क्यों? ये तो बस एक फिल्मी ट्रेडमार्क है ना... राजनीति में इतना व्यक्तिगत चिन्ह? 😅
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    Shankar V

    अगस्त 27, 2024 AT 03:20
    लाल-पीले रंगों का इस्तेमाल किसी ने भी बताया है कि ये रंग अभी तक किसी राजनीतिक दल के ध्वज में नहीं आए हैं? ये डिज़ाइन अच्छा है लेकिन क्या ये बस एक ब्रांडिंग ट्रिक है? क्या कोई असली विचारधारा है या बस फिल्मी नाटक?
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    Abhinav Dang

    अगस्त 27, 2024 AT 12:10
    तमिलनाडु के लिए एक नया ध्वज बनाने की जरूरत थी? राजनीति में आज भी फिल्म स्टार्स के नाम से चुनाव लड़े जा रहे हैं? ये नया युग है या पुराने ढंग का नया नाम? समाज के लिए इसका क्या असर होगा? क्या कोई यहाँ वास्तविक समाज सेवा का नया मॉडल ला रहा है?
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    Pooja Shree.k

    अगस्त 29, 2024 AT 03:02
    मुझे लगता है कि ये ध्वज बहुत सुंदर है, और विजय जी ने बहुत अच्छा किया कि उन्होंने इसे जनता के साथ शेयर किया। ये एक अच्छा संकल्प है।
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    vasanth kumar

    अगस्त 29, 2024 AT 18:48
    हाथी तो तमिल संस्कृति का अहम हिस्सा है लेकिन वागाई फूल को लेकर थोड़ा संदेह है... क्या ये कोई लोकप्रिय फिल्मी इमेज बनाने का तरीका है? अगर ये राजनीति है तो फिर ये सब चिन्ह इतने व्यक्तिगत क्यों? कुछ तो असली समस्याओं की ओर ध्यान जाए।
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    krishna poudel

    अगस्त 31, 2024 AT 01:57
    अरे भाई ये तो पूरा एक बॉलीवुड ड्रामा है! ध्वज बनाया तो फिल्म रिलीज करने का टाइम भी बता दिया! अब तो बस एक गाना और बन जाएगा जिसमें विजय अपने हाथी के साथ नाचेंगे और फिर चुनाव जीत जाएंगे! ये नया राजनीति है या फिल्म का प्रमोशन?
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    Andalib Ansari

    सितंबर 1, 2024 AT 03:42
    ये ध्वज सिर्फ एक चिन्ह नहीं है ये एक भावना है जो एक निश्चित जनता के लिए एक नई आशा का प्रतीक है लेकिन ये आशा क्या बनेगी? क्या ये बस एक नारा होगा या वास्तविक बदलाव? इसका जवाब समय ही देगा लेकिन अगर ये ध्वज लोगों के दिल में बस जाए तो ये एक नई शुरुआत हो सकती है
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    Pushkar Goswamy

    सितंबर 1, 2024 AT 20:39
    मुझे लगता है कि विजय ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया है... ये ध्वज बस रंगों और चिन्हों का खेल नहीं है... ये तो एक ऐसा नारा है जिसने तमिलनाडु के लोगों के दिलों में आग लगा दी है... जो भी इसे फिल्मी बताएगा वो बस अपनी नाराजगी छिपा रहा है
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    Vinay Vadgama

    सितंबर 3, 2024 AT 06:33
    इस ध्वज के डिज़ाइन में बहुत सारे गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संदर्भ छिपे हुए हैं। लाल रंग संघर्ष का, पीला समृद्धि का, हाथी एकता का, और वागाई फूल विजय के व्यक्तित्व का एक अनूठा अभिव्यक्ति है। यह एक निर्माणात्मक और विचारशील निर्णय है।
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    Vasudev Singh

    सितंबर 3, 2024 AT 19:17
    मैंने इस ध्वज को देखकर एक बात समझ ली है कि अब तमिलनाडु में राजनीति का अर्थ बदल गया है, अब ये बस नीतियों का खेल नहीं रहा बल्कि भावनाओं का खेल बन गया है, और विजय ने इस भावना को बहुत सुंदर तरीके से बाँध लिया है, लाल रंग जिसने अपने लोगों के संघर्ष को दर्शाया, पीला रंग जिसने उनकी उम्मीद को दर्शाया, हाथी जिसने उनकी शक्ति को दर्शाया, और वागाई फूल जिसने उनके व्यक्तित्व को दर्शाया, और ये सब मिलकर एक ऐसा संदेश दे रहा है जिसे कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता, अगर ये ध्वज लोगों के दिलों में बस जाए तो ये तमिलनाडु के लिए एक नया युग शुरू कर देगा
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    Akshay Srivastava

    सितंबर 4, 2024 AT 03:16
    ये ध्वज बनाने वाले को नहीं जानते कि राजनीति में चिन्हों का अर्थ नहीं बल्कि कार्यों का होता है? ये फिल्मी ब्रांडिंग तो बहुत अच्छी है लेकिन अगर तमिलनाडु के लोगों के लिए कोई वास्तविक योजना नहीं है तो ये सब बस एक नाटक है जो एक दिन खत्म हो जाएगा
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    Amar Khan

    सितंबर 4, 2024 AT 04:39
    मुझे लगता है कि विजय ने बहुत बड़ा काम किया है... ये ध्वज देखकर मेरी आँखों में आँखें आ गईं... ये तो मेरे बचपन की यादें दिला रहा है... जब मैं अपने दादा के साथ घर के बाहर ध्वज लहराते थे... ये ध्वज बस एक चिन्ह नहीं है... ये तो मेरी आत्मा का हिस्सा है... मैं इसे अपने घर पर लगाऊंगा... और इसे अपने बेटे को सिखाऊंगा... ये तो बस एक ध्वज नहीं है... ये तो मेरा जीवन है
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    Karan Kundra

    सितंबर 4, 2024 AT 08:01
    विजय जी के लिए बहुत बधाई! ये ध्वज बहुत शक्तिशाली और सुंदर है। इसे लोगों के दिलों में बसाने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। अब इसके साथ जनता के साथ बातचीत और कार्यों की शुरुआत होनी चाहिए।

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