रम्पुर चेक पोस्ट पर बड़ी कारवाइयाँ

किशनगंज पुलिस ने आज सुबह रम्पुर चेक पोस्ट के पास एक गिरफ्तार किया, जिसने अपने साथ 340 अवैध लॉटरी टिकट रखे हुए थे. पुलिस ने बताया कि यह मामला लॉटरी जाल से लड़ने के चल रहे अभियान का हिस्सा है, जिसमें पहले भी कई बारराज़ी और छोटे-छोटे ऑपरेशन किए जा चुके हैं.

जाँच में पता चला कि इन टिकटों को स्थानीय स्तर पर “खींच-तान” करके बेचने वाले दलों द्वारा निकटतम गाँव‑गाँव में वितरित किया जाता था. अक्सर ये टिकट गरीब परिवारों को निशाना बनाते हैं, क्योंकि वे छोटी‑छोटी जीत का वादा करके उन्हें लुभाते हैं.

अवैध लॉटरी व्यापार पर दखल

अवैध लॉटरी व्यापार पर दखल

बिहार में लॉटरी चलाना, जब तक वह सरकार द्वारा मंजूर न हो, अवैध माना जाता है. राज्य सरकार ने कई बार चेतावनी जारी की है कि ऐसे जाल में फँसने वाले लोगों को कठोर सजा दी जाएगी. पुलिस स्रोत के अनुसार, रम्पुर चेक पोस्ट को इसलिए चुना गया क्योंकि यह उन मुख्य मार्गों में से एक है, जहाँ लॉटरी वाले अपने सामान को शहर‑कस्बे तक पहुंचाते हैं.

  • 340 टिकटों की जब्ती ने यह साबित किया कि जाल अभी भी बड़े स्तर पर चल रहा है.
  • पुलिस ने कहा कि इस तरह के मामलों को रोकने के लिए गश्त और ट्रैफ़िक चेकपॉइंट को सुदृढ़ किया जाएगा.
  • भविष्य में और भी ऐसे ऑपरेशन की आशंका है, जिससे लॉटरी व्यापार को पूरी तरह ख़त्म किया जा सके.

जांच की प्रगति के साथ पुलिस का कहना है कि उन्होंने मुख्य आपराधिक नेटवर्क की पहचान कर ली है और आगे के कदमों में उनपर कार्रवाई की जाएगी. इस गिरफ्तार से यह साफ़ संकेत मिलता है कि बिहार की सुरक्षा एजेंसियां अवैध जुआ एवं अवैध लॉटरी के खिलाफ तेज़ी से कदम उठा रही हैं.

12 टिप्पणि

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    Gayatri Ganoo

    सितंबर 25, 2025 AT 01:30
    ये सब ठीक है पर असली बात ये है कि सरकार तो अपने खुद के लॉटरी चला रही है जिसमें जीतने की उम्मीद 1 लाख में से एक है। ये जो गरीबों को ठग रहे हैं वो तो बस छोटे लोग हैं। बड़े लोग तो सरकारी लाइसेंस के नीचे बैठे हैं।
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    harshita sondhiya

    सितंबर 25, 2025 AT 10:12
    ये लोग तो बस बेच रहे हैं अपनी आत्मा को एक टिकट के बदले! गरीबी का बहाना बनाकर दूसरों को बर्बाद कर रहे हैं। इनकी जेब में भी बहुत पैसा है बस बाहर नहीं दिखता।
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    Balakrishnan Parasuraman

    सितंबर 26, 2025 AT 00:59
    ये अवैध लॉटरी भारत की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसके पीछे आतंकवादी फंडिंग हो सकती है। पुलिस को इसे राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दा बनाना चाहिए। इसका खत्मा होना चाहिए।
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    Abhrajit Bhattacharjee

    सितंबर 26, 2025 AT 20:18
    अच्छा काम हुआ। लेकिन ये जो लोग टिकट खरीदते हैं, उन्हें भी एजुकेशन देना चाहिए। बस पुलिस का काम नहीं, हम सबका है। इस तरह के जाल में फँसने वालों को नहीं डांटना चाहिए, समझाना चाहिए।
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    Raj Entertainment

    सितंबर 27, 2025 AT 10:36
    भाई ये तो बहुत बड़ी बात है! लेकिन यार जिन गाँवों में ये टिकट बिकते हैं, वहाँ तो बस एक बात है - उम्मीद। अगर हम उन्हें उम्मीद नहीं देंगे, तो ये टिकट बेचने वाले क्या करेंगे? काम तो दो।
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    Manikandan Selvaraj

    सितंबर 29, 2025 AT 09:28
    ये सब बकवास है यार बस इतना ही जाल निकाल दो और फिर बात खत्म नहीं होती ये सब अंधेरे में छिपा हुआ है और सरकार भी इसे बढ़ावा देती है बस अलग नाम से
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    Naman Khaneja

    सितंबर 30, 2025 AT 21:15
    हां बस ये टिकट बंद हो गए तो भी दिल नहीं लगता। लेकिन अगर आप एक दिन उन लोगों को एक अच्छा काम दे दो तो वो खुद बंद कर देंगे। बस थोड़ा सा साथ दो। 💪
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    Gaurav Verma

    अक्तूबर 1, 2025 AT 15:16
    इससे पहले भी ऐसा हुआ था। और फिर वापस आ गया। ये सब बस नाटक है।
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    Fatima Al-habibi

    अक्तूबर 2, 2025 AT 18:07
    मुझे लगता है कि यहाँ किसी का अपराध नहीं है। बस एक बहुत बड़ी सामाजिक विफलता है। और हाँ, ये पुलिस ऑपरेशन तो बहुत दिखावा है।
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    Nisha gupta

    अक्तूबर 3, 2025 AT 03:18
    हम जब तक अपनी आर्थिक असुरक्षा को नहीं सुलझाएंगे, तब तक ये जाल बने रहेंगे। ये टिकट नहीं, हमारी उम्मीदों का अभाव है जिसे हम अनदेखा कर रहे हैं।
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    Roshni Angom

    अक्तूबर 3, 2025 AT 20:31
    क्या हम इस बात को भी सोच सकते हैं कि ये टिकट जिन लोगों को बेचे जा रहे हैं, वे शायद एक बार भी नहीं जीते... और फिर भी वो खरीदते हैं... क्यों? क्योंकि वो जीतने की बजाय खोने के डर से नहीं, बल्कि सपने देखने की आदत से खरीदते हैं।
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    vicky palani

    अक्तूबर 5, 2025 AT 17:06
    अगर ये टिकट निकाले गए तो भी इन लोगों को बरी कर दिया जाएगा। ये सब बस नाटक है। असली लोग तो अभी भी बाहर हैं।

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