भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का AIIMS दिल्ली में निधन
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का 30 सितम्बर 2025 को AIIMS दिल्ली में 94 साल की आयु में निधन, प्रधानमंत्री मोदी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया.
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जब हम राजनीति, देश के शासन, नीति‑निर्माण और सार्वजनिक हित से जुड़ी सभी गतिविधियों का समुच्चय की बात करते हैं, तो तुरंत भारतीय जनता पार्टी, एक प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दल, जिसकी नीतियों का असर पूरे भारत में दिखता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वर्तमान में भारत के प्रधान कार्यकारी, जो संसद और अंतरराष्ट्रीय मंचों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं सामने आते हैं। साथ ही राजधानी दिल्ली, भारत की प्रशासनिक हब, जहाँ राष्ट्रीय स्तर की कई राजनीतिक घटनाएँ घटित होती हैं और AIIMS, दिल्ली स्थित प्रमुख मेडिकल संस्थान, जहाँ कई नेता स्वास्थ्य कारणों से इलाज कराते हैं भी इस बहु‑आयामी परिदृश्य का हिस्सा हैं।
राजनीति राजनीति को समझने के लिये हमें तीन मुख्य स्तम्भों को देखना पड़ता है: पहला, राजनीतिक पार्टी‑व्यवस्था; दूसरा, प्रमुख नेता‑परिचालन; तीसरा, राष्ट्रीय और राज्य‑स्तर के नीति‑निर्णय। उदाहरण के तौर पर, भारतीय जनता पार्टी का स्थापना वर्ष 1980 है, प्रमुख नेता नरेंद्र मोदी हैं और इसका विचारधारा हिन्दु‑राष्ट्रीयवाद पर आधारित है। यह एंटिटी‑ऐट्रीब्यूट‑वैल्यू (EAV) संरचना हमें प्रत्येक पार्टी के मूलभूत पहलुओं को जल्दी समझने में मदद करती है।
हाल ही में भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा जी का AIIMS दिल्ली में निधन हो गया। 94 साल की आयु में उनका निधन 30 सितम्बर 2025 को हुआ, और इस खबर ने राष्ट्रीय राजनीति में एक मौलिक शोक की लहर पैदा कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया, जिससे पार्टी के भीतर एकजुटता की भावना फिर से उजागर हुई। इस घटना ने यह दिखाया कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य और सार्वजनिक कार्य एक-दूसरे से कितने जुड़े होते हैं, विशेषकर दिल्ली जैसे केंद्र के दिल में।
ऐसी ही कुछ हालिया घटनाएँ दिल्ली के विधानसभा में भी देखी गईं। नई गठबंधन सरकार की नीति‑परिवर्तन के चलते कई प्रमुख विधायकों ने अपने मतभेद व्यक्त किए, जिससे विधानसभा में बहसें तेज हुईं। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने पारदर्शिता और विकास के पक्ष में कई प्रस्ताव रखे, जबकि विरोधी पार्टियों ने सामाजिक न्याय और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्राथमिकता दी। यह दिखाता है कि राजनीति में विभिन्न विचारधाराएं किस तरह से नीति‑निर्माण को प्रभावित करती हैं।
राजनीति की एक और ठोस अवधारणा है "विचारशील विश्लेषण"। जब हम राष्ट्रीय स्तर की नीतियों का मूल्यांकन करते हैं, तो हमें आर्थिक आंकड़े, सामाजिक संरचना और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को साथ‑साथ देखना चाहिए। उदाहरण के लिये, भारत की नवीनतम विदेश नीति में "एक्ट‑ऐन‑डिफेंस" सिद्धान्त अहम भूमिका निभा रहा है, और यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तैयार हुआ है। इस तरह के सिद्धान्त राजनीति को दिशा देते हैं, जिससे देश के अंदर भी और बाहर भी बदलाव आते हैं।
दिल्ली की सड़कों पर हमेशा राजनीतिक रैलियां और जनमत संग्रह होते रहते हैं। इन घटनाओं में अक्सर प्रमुख नेताओं की भाषण शैली और उनके वादे जनता को आकर्षित करते हैं। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भाजपा के वरिष्ठ नेता ऐसे मंचों पर बोलते हैं, तो उनका प्रभाव भाषा, टोन और जनता के साथ भावनात्मक जुड़ाव में निहित रहता है। इस कारण से, राजनीतिक संवाद के रूप में भाषण सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि सामाजिक ऊर्जा का स्रोत बन जाता है।
राजनीति के भीतर "नीति‑निर्माण" एक जटिल प्रक्रिया है, जिसके लिए विस्तृत डेटा, विशेषज्ञ सलाह और जनता की प्रतिक्रिया की जरूरत होती है। AIIMS जैसे मेडिकल संस्थानों के विशेषज्ञ भी स्वास्थ्य‑नीति में प्रमुख भूमिका निभाते हैं, विशेषकर जब विधायिकाएँ स्वास्थ्य बजट या अस्पताल सुधार पर चर्चा करती हैं। प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा की मृत्यु ने इस बात को फिर से उजागर किया कि स्वास्थ्य‑नीति में विशेषज्ञों की भागीदारी कितनी आवश्यक है।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत की राजनीति एक निरंतर बदलता परिदृश्य है, जहाँ हर दिन नई खबरें, नई कहानियां और नई चुनौतियां सामने आती हैं। इस पेज पर आप विभिन्न घटकों—पार्टी, नेता, राजधानी, स्वास्थ्य संस्थान—के बीच अंतर्संबंध को समझ पाएँगे, और उन खबरों का गहन विश्लेषण मिलेगा जो राष्ट्रीय स्तर पर गूँजती हैं। अब नीचे दी गई सूची में आप इन ताज़ा खबरों के विस्तृत लेख पढ़ सकते हैं, जिससे आपका राजनीतिक ज्ञान और भी मजबूत हो जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा का 30 सितम्बर 2025 को AIIMS दिल्ली में 94 साल की आयु में निधन, प्रधानमंत्री मोदी सहित कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया.