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इज़राइल ने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा में हवाई हमले कर हामास के पाँच नेताओं और एक कतर के सुरक्षा अधिकारी की हत्या कर दी। इस घातक कार्रवाई ने तुरंत अंतरराष्ट्रीय मंच पर तीखी प्रतिक्रियाएँ बुला लीं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सभी 15 सदस्य देशों की सहमति से तुरंत शांति की पुकार की, जबकि कई देश इस कदम को कतर की संप्रभुता का उल्लंघन कहा।
संयुक्त राज्य का प्रतिक्रिया और ट्रम्प का बयान
अमेरिका ने इस हमले को "अकेला" इज़राइल का निर्णय बताया। राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर कहा, "ये निर्णय केवल प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने किया, मेरे नहीं।" उन्होंने यह भी कहा कि कतर अमेरिका का भरोसेमंद साथी है और इस तरह का हमला दोनों देशों के संयुक्त युद्ध लक्ष्य को नहीं आगे बढ़ाएगा। ट्रम्प ने बिच में इज़राइल‑हामास संघर्ष को समाप्त करने की बात की, लेकिन कतर पर चल रहे वार्ता को बुरी तरह प्रभावित करने वाले इस कदम की आलोचना की।
अमेरिकी अधिकारियों ने सीबीएस को बताया कि इज़राइल ने हमले से ठीक पहले यूएस को सूचना दी, परंतु इस पर कोई समन्वय नहीं हुआ। फिलहाल गवाही के आधार पर यह साफ है कि अमेरिके ने इस ऑपरेशन में कोई सक्रिय भूमिका नहीं निभाई।
कतर की प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय प्रभाव
कतर ने इस हमले को "अपराधात्मक" कहा और अंतरराष्ट्रीय क़ानून के खिलाफ पूर्ण उल्लंघन बताया। कतर के प्रधान मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई शांति वार्ताओं को नष्ट करने की कोशिश है। उन्होंने इज़राइल को चेतावनी दी कि कतर मध्य‑पूर्व में शांति को बढ़ावा देने में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है और इस भूमिका को कोई भी नुकसान नहीं पहुँचा सकता।
- कतर ने यह भी कहा कि उन्होंने 148 बंधकों की रिहाई और गाज़ा में मानवीय सहायता के लिए कई पहल की हैं।
- अमेरिका के सबसे बड़े हवाई अड्डे अल‑उदीद का उपयोग कतर में अमेरिकी सैन्य बलों द्वारा किया जाता है, जिसे इस हमले ने खतरे में डाल दिया।
- कतर ने नए एयरोस्पेस प्रोजेक्ट में 400 मिलियन डॉलर की सहायता से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को एयर फ़ोर्स वन प्रदान किया, जो दो देशों के बीच आर्थिक बंधन को रेखांकित करता है।
इज़राइल कतर हमला ने मध्य‑पूर्व में कई साझेदारों को उलझन में डाल दिया है। इज़राइल के रक्षा मंत्री इसाक कैट्ज़ ने स्पष्ट किया कि "हमारी सुरक्षा नीति साफ है — दुश्मन जहाँ भी छिपे हों, हम उन्हें निशाना बनाएँगे।" उन्होंने कहा, यदि हामास शर्तों को नहीं मानता, तो वह नष्ट हो जाएगा और गाज़ा भी नष्ट हो जाएगा।
इसी बीच, इज़राइल के प्रधान मंत्री नेतन्याहू ने कहा, "यदि कोई देश आतंकियों को रहने देता है, तो हमें खुद ही कदम उठाना पड़ेगा।" उन्होंने इसे 9/11 के बाद अफगानिस्तान पर अमेरिकी आक्रमण से तुलना की, यह दर्शाते हुए कि इज़राइल भी उसी तरह आतंकवाद के खिलाफ सख़्त रुख अपना रहा है।
दोहा में शहादत की दफ़न समारोह में कत्री शासक तब्बीज़ अल‑ठानी, कतर के अमीर और कई सामान्य लोग शामिल हुए। पाँच कोफ़िन पर फिलिस्तीनी ध्वज लिपटे थे, जबकि एक कतर के ध्वज के साथ था, जिससे दोनों पक्षों के दुख को दर्शाया गया।
कतर के प्रधान मंत्री ने वाशिंगटन में अमेरिकी अधिकारियों के साथ मुलाक़ात की, ताकि इस घटना के बाद दो देशों के बीच सामंजस्य फिर से स्थापित किया जा सके। यह मुलाक़ात कतर‑अमेरिका के रणनीतिक साझेदारी को बचाने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
मध्य‑पूर्व के कई देश, विशेषकर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात, भी इस घटना से असंतुष्ट हैं, क्योंकि वे कतर को क्षेत्रीय कूटनीति में प्रमुख मध्यस्थ मानते हैं। यूएस‑कतर संबंधों में इस झटके को कम करने के लिए अब द्विपक्षीय संवाद और कूटनीतिक पहल आवश्यक हैं।
Gaurav Verma
सितंबर 26, 2025 AT 05:58ये सब नाटक है। अमेरिका ने जानबूझकर इज़राइल को छूट दी। वरना वो अल-उदैद पर हमला कैसे कर पाता?
Fatima Al-habibi
सितंबर 27, 2025 AT 22:27इज़राइल का यह कदम एक अंतरराष्ट्रीय अपराध है। कतर ने शांति के लिए इतना किया, और फिर भी इतनी निर्ममता।
Nisha gupta
सितंबर 28, 2025 AT 21:16यह वास्तव में एक जटिल स्थिति है। हम अक्सर देखते हैं कि शक्तियाँ शांति के नाम पर युद्ध करती हैं। क्या हम वाकई शांति चाहते हैं, या सिर्फ अपने हित के लिए शांति का नाम लेते हैं?
Roshni Angom
सितंबर 29, 2025 AT 20:19हम सब इस बात को भूल जाते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों की जान नहीं जा सकती... और फिर भी, हम इसे सही ठहराते हैं... क्या हम वाकई इंसान हैं?
vicky palani
सितंबर 29, 2025 AT 22:13कतर के पास अमेरिकी हवाई अड्डा है और वो इज़राइल को अपने देश में आतंकवादियों को छिपाने दे रहा है? ये तो बेवकूफ़ी है। अमेरिका को अपनी बात बतानी चाहिए।
jijo joseph
सितंबर 30, 2025 AT 10:56इस घटना के अंतर्गत एक गैर-सममित युद्ध रणनीति का उपयोग हुआ है, जिसमें सांप्रदायिक संरचनाओं के आधार पर लक्ष्य चुने गए हैं। यह एक निर्णायक रणनीतिक असमानता है।
Manvika Gupta
अक्तूबर 1, 2025 AT 00:33मैं बस रो रही हूँ... ये सब बहुत बुरा लग रहा है...
leo kaesar
अक्तूबर 2, 2025 AT 03:28ये सब बकवास है। इज़राइल ने सही किया। कतर तो आतंकवाद का घर है।
Ajay Chauhan
अक्तूबर 3, 2025 AT 05:33अरे भाई, ये सब तो बहुत पुराना है। जब तक दुनिया इज़राइल के खिलाफ नहीं उठेगी, तब तक कोई नहीं सुनेगा।
Taran Arora
अक्तूबर 3, 2025 AT 15:41हमें अपने देश के लिए शांति की ओर बढ़ना चाहिए। ये लड़ाई नहीं, बातचीत का समय है। दुनिया के लोग अभी भी आशा करते हैं।
Atul Panchal
अक्तूबर 5, 2025 AT 01:40अमेरिका ने इज़राइल को नहीं रोका, इसका मतलब है वो भी इसमें शामिल है। ये सब एक बड़ी षड़यंत्र है।
Shubh Sawant
अक्तूबर 6, 2025 AT 08:28हमारे देश के लोगों को इस बात का एहसास होना चाहिए कि जब हम दूसरों की नींव तोड़ते हैं, तो हमारी नींव भी कमजोर हो जाती है।
Patel Sonu
अक्तूबर 8, 2025 AT 01:52इज़राइल ने जो किया वो सही था... आतंकवाद को जहाँ भी देखो उसे खत्म करो... बात बस इतनी सी है
Puneet Khushwani
अक्तूबर 8, 2025 AT 06:17कतर के पास ही आतंकवादी छिपे हैं। इज़राइल का काम बहुत साफ है।
Adarsh Kumar
अक्तूबर 10, 2025 AT 00:14अमेरिका ने इज़राइल को चाल दी। ये सब बड़ा जाल है। ट्रम्प ने जानबूझकर इसे छुपाया। वो अपनी बाजार नीति के लिए ये सब कर रहा है।
Santosh Hyalij
अक्तूबर 10, 2025 AT 20:47ये सब तो बहुत बुरा है। इज़राइल की नीति एक अपराधी राष्ट्र की नीति है। उनका आत्म-अधिकार का दावा बेकार है।
Sri Lakshmi Narasimha band
अक्तूबर 12, 2025 AT 04:41इस बारे में बहुत ज्यादा भावनाएँ हैं... 😔🌍🕊️ लेकिन क्या हम वाकई शांति के लिए कुछ कर सकते हैं?
Sunil Mantri
अक्तूबर 13, 2025 AT 07:33katar ke pass hi aatankwadi rehte hai... israel ne sahi kiya... amarika ne kuch nahi kiya... bas
Nidhi Singh Chauhan
अक्तूबर 15, 2025 AT 00:08अमेरिका ने इज़राइल को अनुमति दी... ये तो साबित हो गया कि वो भी इसमें है... और तुम सब अभी तक बात कर रहे हो?
Anjali Akolkar
अक्तूबर 16, 2025 AT 03:04हमें बातचीत की ओर बढ़ना चाहिए... ये लड़ाई नहीं, बातचीत है जिससे जीवन बचेगा ❤️