स्ट्रॉबेरि मून: आपकी पूरी गाइड
आपने कभी रात के आकाश में चमकती हुई लाल या गुलाबी चाँद को देखा है? वही स्ट्रॉबेरि मून है, जिसे अक्सर ‘स्ट्रॉबेरी मोन’ कहा जाता है। ये नाम इसलिए आया क्योंकि इस पूर्णिमा की रोशनी में चंद्रमा थोड़ा लाल‑गुलाबी दिखता है, जैसे स्ट्रीबरी के फल। अगर आप भी इसे देखना चाहते हैं तो आगे पढ़ें, सब आसान भाषा में समझाया गया है।
स्ट्रॉबेरि मून कब आती है?
स्ट्रॉबेरि मून हर साल एक या दो बार हो सकती है, लेकिन सबसे लोकप्रिय दिसंबर की पहली पूर्णिमा को कहा जाता है ‘स्ट्रॉबेरी मोन’। इस समय पृथ्वी का कक्षा में स्थान सूर्य के प्रकाश को थोड़ा अलग ढंग से प्रतिबिंबित करता है, जिससे चाँद लाल‑गुलाबी रंग ले लेता है। आप अपने कैलेंडर में 2025 की पूर्णिमा तिथियों को देख कर पहले ही तय कर सकते हैं कि अगली स्ट्रॉबेरि कब होगी।
देखने के आसान टिप्स
1. **आकाश साफ़ रखें** – धुंध या बहुत अधिक प्रकाश प्रदूषण वाले क्षेत्रों से बचें। ग्रामीण इलाकों में अक्सर बेहतर दृश्य मिलता है।
2. **समय पर ध्यान दें** – पूर्णिमा के शिखर (मिडनाइट) के आसपास चाँद सबसे बड़ा दिखता है, इसलिए इस समय बाहर निकलना फायदेमंद रहता है।
3. **फ़ोटो लेने की चाह हो तो** – कैमरा में मैन्युअल मोड चुनें, ISO को 800‑1600 रखें और एक्सपोज़र थोड़ा लंबा सेट करें। एक छोटा ट्राइपॉड काम आएगा।
4. **स्ट्रॉबेरी का स्वाद न भूलें** – अक्सर लोग कहानियों में चाँद के साथ स्ट्रॉबेरी खा कर देखे जाने की बात करते हैं, यह सिर्फ मज़ाक है लेकिन रात को मीठी चीज़ खाने से अनुभव और बढ़ सकता है।
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आखिरकार, स्ट्रॉबेरि मून सिर्फ एक खगोलीय घटना नहीं है; यह लोगों को बाहर निकलकर प्रकृति का आनंद लेने का कारण बनता है। अगली बार जब आप रात में चाँद देखें, तो याद रखें कि वह थोड़ा स्ट्रीबेरी जैसा क्यों दिख रहा है और इस खूबसूरत दृश्य को पूरी तरह से महसूस करें।