जब राशिद ख़ान, अफ़गानिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान, ने एशिया कप 2025 के उद्घाटन मैच में अपनी टीम की 94‑रन की जीत का जश्न मनाया, तो उन्होंने टीम के गरमागरम स्पिन विकल्पों को मेन लाइन‑अप में शामिल करने की कठिनाई भी स्वीकार की। यह रोमांचक टकराव शेख ज़ायेद स्टेडियम, अबू धाबि, यूएई में 10‑सितंबर‑2025 को हुआ। अफ़गानिस्तान ने शुरुआती बल्लेबाज़ी के बाद 188/6 रखे और फिर प्रतिद्वंद्वी हांगकांग को 94/9 पर कुचल दिया। इस जीत से टीम ने ग्रुप बी में 4.700 की नेट रन‑रेट हासिल की, जो उनके टॉप‑फॉर्म की निशानी है।

एशिया कप 2025 की पृष्ठभूमि

एशिया कप 2025 को 13 तेज़ी‑फॉर्मेट मैचों की श्रृंखला के रूप में आयोजित किया गया, जहाँ एशिया के 8 देशों ने 2026 के टी‑20 विश्व कप की तैयारी में भाग लिया। इस प्रतियोगिता की मेजबानी संयुक्त अरब अमीरात ने की, मुख्य स्टेडियम में एशिया कप 2025अबू धाबी शामिल था। भारत, पाकिस्तान, और श्रीलंका जैसे दिग्गज टीमों के साथ अफ़गानिस्तान ने भी अपनी स्पिन‑हैवी अटैक को दिखाने का लक्ष्य रखा।

अफ़गानिस्तान बनाम हांगकांग: मैच का विवरण

शुरुआती ओवरों में अफ़गानिस्तान ने दो शुरुआती विकेट खो दिए (26/2), परंतु अज़मतुल्लाह ओमरज़ाई, 25‑वर्षीय बॉलिंग‑ऑलर, ने अंत में 30‑रन की धावा किया और टीम को 188/6 तक ले गया। हांगकांग की टूर्नामेंट यात्रा पहले ही चार वार्म‑अप मैचों से भरी हुई थी, लेकिन अफ़गानिस्तान की तीव्र स्पिन लाइन‑अप ने उन्हें 94/9 पर रोक दिया। सात अलग‑अलग बॉलर ने ओवर पूरे किए, परन्तु कप्तान ने खुद दो ओवर नहीं फेंके, यह खुद भी मानते हुए कहा, “मैंने दो ओवर फेंकना भूल गया।”

स्पिन संसाधन प्रबंधन में चुनौतियां और विकल्प

राशिद ख़ान ने पोस्ट‑मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर बताया कि टीम के पास इतने स्पिनर हैं कि चयनकर्ता की हेड पर दबाव बहुत बढ़ जाता है। उन्होंने कहा, “मुजीब को बाहर रखना, फिर नूर को छोड़ देना—ये सब बहुत मुश्किल फैसले होते हैं।” इस संदर्भ में मुजीब उर रहमान, 23‑वर्षीय दाईं‑हाथी स्पिनर, को इस मैच में बेंच पर रखा गया, जबकि नूर अहमद, 20‑वर्षीय बाएं‑हाथी स्पिनर, को भी पिछले मैचों में बाहर रखा गया था। ख़ान का मानना है कि “ज्यादा विकल्प होने से काम आसान तो होता है, पर सही चयन करना मुश्किल”।

टीम की प्रतिक्रिया और भविष्य की रणनीति

निर्धारित बॉलिंग यूनिट में अफ़गानिस्तान क्रिकेट टीम के अनुभवी ओल्डर मोहमद नबी ने ख़ान को बधाई दी और कहा कि “स्पिन का विकल्प बनाते समय हमें बैंकर‑अप की जरूरत होती है, और यही हम कर रहे हैं।” भविष्य में टीम को शुरुआती विकेट उठाने में सुधार चाहिए, क्योंकि ख़ान ने “पहले पावरप्लेर में विकेट गिरना हमारी बड़ी समस्या है” कहा। यह समस्या पिछले शारजाह त्रि‑सीरीज़ में पाकिस्तान के खिलाफ भी सामने आई थी।

ग्रुप बी में स्थिति और अगले मैच

हांगकांग पर जीत के बाद अफ़गानिस्तान की नेट रन‑रेट 4.700 रही, जो समूह‑बी में श्रीलंका (2.595) और बांग्लादेश (‑0.650) से स्पष्ट अंतर दिखाती है। अगला महत्वपूर्ण टास्क बांग्लादेश के खिलाफ 17‑सितंबर‑2025 को होगा, जहाँ बांग्लादेश की टीम लिटन दास के नेतृत्व में है। बांग्लादेश का अर्ली‑स्ट्राइकर तन्ज़िद हसन ने 31 बॉल पर 52 रन बनाकर टीम को 154/5 तक पहुंचाया था, पर अफ़गानिस्तान का बैटिंग‑फ़ॉर्म अभी भी असुरक्षित है, ख़ासकर रहमानुल्ला गरबाज़ की फॉर्म पर सवाल।

मुख्य तथ्य

  • अफ़गानिस्तान ने 188/6 बनाकर हांगकांग को 94/9 पर मात दी।
  • राशिद ख़ान ने दो ओवर नहीं फेंके, जिससे चयन संघर्ष उजागर हुआ।
  • मुजीब उर रहमान और नूर अहमद को बेंच पर रखा गया, जबकि टीम में कुल सात स्पिनर मौजूद हैं।
  • ग्रुप बी में नेट रन‑रेट 4.700 के साथ अफ़गानिस्तान प्रथम स्थान पर।
  • अगला मैच बांग्लादेश के खिलाफ 17 सितंबर को तय होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

राशिद ख़ान ने स्पिन चयन में कौन सी मुख्य चुनौती बताई?

उन्होंने कहा कि टीम के पास बहुत सारे स्पिनर हैं, जिससे चयनकर्ता को हर बॉलर की फॉर्म और विरोधी बैट्समैन के खिलाफ उपयुक्तता को देखना पड़ता है। मुजीब और नूर को बाहर रखना उनके toughest decisions में से एक था।

अफ़गानिस्तान ने हांगकांग को हराने में कौन से प्रमुख खिलाड़ियों के योगदान रहे?

अज़मतुल्लाह ओमरज़ाई की आखिरी ओवर में 30 रन की धावा और फ़ाज़लहाक़ फ़ारूकी की मध्यम गति वाली बॉलिंग ने टीम को 188/6 तक पहुँचाया। साथ ही, एकज़ीक्युटिव फील्डिंग और तेज़ रन‑रेट ने हांगकांग को 94/9 पर सीमित किया।

ग्रुप बी में अफ़गानिस्तान की स्थिति क्या है और आगे कौन‑कौन से मैच हैं?

अफ़गानिस्तान अभी 4.700 की नेट रन‑रेट के साथ पहले स्थान पर है। उन्हें अभी बांग्लादेश (17‑सितंबर) और संभवतः श्रीलंका (आख़िरी मैच) के खिलाफ खेलना है, जिससे टॉप‑फॉर्म बनाए रखने की ज़रूरत है।

बांग्लादेश के खिलाफ आगामी मुकाबले में अफ़गानिस्तान को कौन‑सी कमजोरी दूर करनी होगी?

बांग्लादेश की तेज़ पिच पर शुरुआती विकेट गंवाना अफ़गानिस्तान की मुख्य कमजोरी बनी हुई है। विशेषकर रहमानुल्ला गरबाज़ की फॉर्म पर सवाल है, इसलिए टीम को शुरुआती ओवरों में सावधानी बरतनी होगी।

एशिया कप 2025 का भविष्य में टीमों की टी‑20 विश्व कप तैयारी पर क्या असर पड़ेगा?

एशिया कप एक महत्त्वपूर्ण मंच है जहाँ टीमें अपनी लाइन‑अप, फ़ील्डिंग स्ट्रेटेजी और स्पिन बॉलिंग को परखती हैं। अफ़गानिस्तान जैसे टीमों को इस टूर्नामेंट में जीतने से आत्मविश्वास मिलता है, जो 2026 के टी‑20 विश्व कप में प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा।

1 टिप्पणि

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    Jinky Gadores

    अक्तूबर 9, 2025 AT 13:27

    अफ़ग़ानिस्तान की 94‑रन से माँ की तरह जीत की ध्वनि सुनाई देती है जितनी चमकदार होगी वैसी ही यह टीम की स्पिन चयन की दुविधा भी प्रतिबिंबित करती है परंतु यह दर्दनाक है कि हमारे कप्तान ने दो ओवर भी नहीं फेंके।

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