कृषि क्षेत्र की ताज़ा ख़बरें और काम की सलाह
नमस्ते! अगर आप खेत में काम करते हैं या खेती‑बाड़ी से जुड़ी खबरों पर नज़र रखना चाहते हैं, तो यह पेज आपके लिये है। यहाँ हम रोज़मर्रा के किसानों को सीधे समझाने वाले टिप्स, फसल की नवीनतम रिपोर्ट और सरकार की नई योजनाओं का सार देंगे। चलिए, बात शुरू करते हैं.
फसल अपडेट – इस हफ़्ते कौन सी फसल बढ़िया रही?
ज्यादातर क्षेत्रों में धान के कटाई का समय करीब है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो‑तीन हफ्तों में हल्की बारिश और ठंडी हवा से धान की क्वालिटी सुधरने की संभावना है। अगर आप बासमती धान उगा रहे हैं, तो नाइट्रीएंट्स को 20 % कम कर दें – इससे दाने बड़ा हो जाता है और लागत घटती है.
गुजरा महीना टमाटर के लिए भी खास रहा। सिंगापुर में आयात‑निर्यात मूल्य में बदलाव आया, जिससे देशी बाजार की कीमतें थोड़ा गिर गईं। यदि आप छोटे स्तर पर टमाटर उगा रहे हैं, तो पौधों को 10 % कम पानी दे कर पेस्ट कंट्रोल करें – इससे रोग कम होते हैं और उपज बढ़ती है.
सरकारी योजनाएँ – आपका फायदा कैसे उठाएं?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीकेएसएन) अब हर साल 6 % तक की अतिरिक्त सहायता दे रहा है, लेकिन इसके लिये रजिस्ट्रेशन जरूरी है। आप अपने नजदीकी कृषि विभाग के कार्यालय या ऑनलाइन पोर्टल पर आसानी से कर सकते हैं।
किसान क्रेडिट कार्ड योजना भी अपडेट हुई है – अब इस कार्ड से 30 % तक की ब्याज दर पर बीज, उर्वरक और मशीनरी खरीद सकते हैं। आवेदन फॉर्म में ‘वित्तीय वर्ष 2025‑26’ चुनें और दस्तावेज़ तैयार रखें.
अगर आप छोटे किसानों के समूह में शामिल हैं, तो एकत्रित उत्पादन को सीधे मंडी तक ले जाने की सुविधा भी उपलब्ध है। यह योजना लॉजिस्टिक लागत घटाती है और आपको बेहतर मूल्य दिला सकती है.
अब बात करते हैं कुछ आसान तकनीकी टिप्स की जो आपके खेतों में तुरंत फर्क लाएँगी. सबसे पहले, मिट्टी का pH जांचें। अगर 6‑7 के बीच नहीं है, तो चूना या सल्फर से सुधार करें – यह फसल की पोषक तत्व uptake को बढ़ाता है.
दूसरा, ड्रिप इरिगेशन सेटअप करने में ज्यादा खर्च न लगाएँ. आप पुराने PVC पाइपों को रीसायकल कर सकते हैं और एक साधारण कंट्रोलर बना सकते हैं जो सुबह‑शाम दो बार पानी दे। इससे जल बचता है और फसल का stress कम होता है.
तीसरा, कीट नियंत्रण के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाएँ. नीम के तेल या लहसुन पेस्ट को 1 % घोल में छिड़कें – यह अधिकांश कीड़ों को दूर रखता है और रसायन‑आधारित कीटनाशकों का प्रयोग घटाता है.
बाजार भाव भी किसान निर्णयों में बड़ा रोल निभाते हैं. इस महीने गेहूं के मूल्य में 2 % गिरावट देखी गई, जबकि ज्वारी फसलें जैसे सरसों और मसूर ने 5 % की वृद्धि दर्ज की। अगर आप इन फसलों को उगाने का सोच रहे हैं, तो अभी निवेश करना फायदेमंद रहेगा.
अंत में एक छोटा सवाल: क्या आपने अपनी खेती में नई तकनीकों को आज़माया है? यदि नहीं, तो ऊपर बताए गए आसान उपायों से शुरुआत करें। छोटे‑छोटे बदलाव बड़े परिणाम देते हैं और आपका खर्च भी कम होता है. फिर मिलते हैं अगले अपडेट पर – तब तक के लिये खुशहाल खेती!