- 4
जब रोहित पौड़ेल, नेपाळ टीम के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले फील्ड करने का फैसला किया, तो यह रणनीति अंत में नेपाळ को नेपाळ क्रिकेट टीम को नेदरलैंड्स क्रिकेट टीम को 6 विकेट से पराजित करने में मददगार साबित हुई। यह जीत स्कॉटलैंड T20 ट्राइ‑सीरीज़ 2025 के पांचवें मैच में एडिनबर्ग के द ग्रेंज क्लब में 26 अक्टूबर को हुई। नेपाळ ने 174/7 के लक्ष्य को केवल 19.4 ओवर में 180/4 कर के दो बॉल बाकी रह कर जीत दर्ज की – एक अचनक निराली जीत जो दोनों संघों के भविष्य को नया मोड़ देगी।
इतिहास के धागे: नेपाळ‑नेदरलैंड टकराव की पृष्ठभूमि
नेपाळ और नेदरलैंड दोनों ही ICC के 2024‑2026 विश्व कप लीग 2 में भाग ले रहे हैं, जो विश्व कप क्वालिफिकेशन का अहम रास्ता है। पिछली साल के जून में दोनो टीमों ने ODI फॉर्मेट में भी टकराव किया था, जहाँ नेपाळ ने दोनों मैचों को जीता था (296/7 बनाम 297/9 और 226/5 बनाम 225)। टी‑20 फॉर्मेट में इनकी पहली मुलाकात 2023 में स्कॉटलैंड में हुई थी, जिसमें नेदरलैंड ने दो रन से जीत हासिल की थी। अब 2025 की ट्राइ‑सीरीज़ में दोनों संघों की फॉर्म में सुधार स्पष्ट दिख रहा था।
मैच की प्रमुख घटनाएँ और आँकड़े
नेदरलैंड ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 174 रन बनाए, जबकि उनके सात विकेट गिरे। उनका रन‑रेट 8.70 था, जिसमें बेन फletcher ने डेब्यू कर 28 रन बनाए। नेपाळ को 180 रनों की जरूरत थी; उन्होंने 19.4 ओवर में 180/4 बना कर लक्ष्य हासिल किया। अंत के आखिरी ओवर में 7 रन की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने 6 बॉल में 7 रन बना लिये – दो की छक्की और दो सिंगल के साथ।
- नेदरलैंड का टॉप स्कोरर: डैविड सिमिंस – 45 रन (12 बॉल)
- नेपाळ का सबसे बड़ा योगदान: रुपेश सिंह (डेब्यू) – 39 रन (23 बॉल)
- डेड‑बॉल और ओवर‑ड्रॉ के कारण कुल स्कोर में थोड़ा बदलाव आया, परंतु टीम की सामंजस्यता जीत की राह में सबसे बड़ा कारक रहा।
डिब्बे‑डिब्बे पर डेब्यू
न्यासी के रूप में दो नई चेहरों ने इस ट्राइ‑सीरीज़ में कदम रखा – नेदरलैंड के बेन् फ़्लैचर, नेपाळ के रुपेश सिंह और किरण थगुन्ना। उनका डेब्यू तुरंत ही प्रभावी रहा, विशेषकर सिंह का 39‑रन का इन्स्टैंट‑इम्पैक्ट नेपाळ को स्थिरता प्रदान किया।
प्रमुख व्यक्तियों की प्रतिक्रियाएँ
मैच के बाद रोहित पौड़ेल ने कहा, “फ़ील्डिंग में हमने अच्छी पकड़ बनाई, और बैटिंग में मध्य‑ओवर की साझेदारी ने हमें जीत तक पहुँचाया।” नेपाळ के कोच सुरेश थाप्के ने भी अपने खिलाड़ियों की “संकल्पपूर्ण ‘जैज़’” की प्रशंसा की। नेदरलैंड की कप्तान मरिया विर्देमैन ने हार को “संकुचित” कहा, परंतु उन्होंने “भविष्य में सुधार की संभावना” के साथ टीम को प्रेरित किया।
रैंकिंग और क्वालिफिकेशन पर असर
यह जीत नेपाळ को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नेपाळ के लिए बहुत बड़ी बॉलिंग पॉइंट्स दिलाएगी। लीग‑2 के तालमेल में नेपाळ अब 5वें स्थान पर पहुँच गया है, जबकि नेदरलैंड 9वें स्थान पर गिर गया है। इस परिवर्तन से नेपाळ की विश्व कप क्वालिफिकेशन के लिये संभावनाएँ काफी उज्जवल हो गई हैं।
भविष्य की राह: क्या नेपाळ विश्व कप में जगह बना पाएगा?
लीग‑2 की शेष मैचों में नेपाळ को अभी भी दो और श्रृंखला जीतनी होंगी। यदि वे अपनी वर्तमान फ़ॉर्म के साथ आगे बढ़ते रहे, तो 2027 के विश्व कप के लिए उनके पास एक मजबूत केस होगा। दूसरी ओर, नेदरलैंड को अपनी रणनीति का पुनर्मूल्यांकन करना पड़ेगा, विशेषकर टॉप‑ऑर्डर की स्थिरता और डेड‑बॉल को संभालने में।
समुदाय और मीडिया का जश्न
नेपाळ में इस जीत को लाइव टीवी पर मिलियन दर्शकों ने देखा। क्रिकफ़ूट के नेपाळी कमेंटेटर ने मैच का क्रमशः विश्लेषण किया, विशेषकर 19वें ओवर में 7 रन की आवश्यकता को “ऐतिहासिक मोड़” कहा। यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम की टिप्पणी में दर्शकों ने “वॉटर-ड्रॉप” इमोजी और “जाओ नेपाळ!” वाले कई ट्रेंडिंग हैशटैग पोस्ट किए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
नेपाळ की इस जीत से कौन‑से खिलाड़ी सबसे ज्यादा लाभान्वित हुए?
रुपेश सिंह ने अपने डेब्यू में 39 रन बनाकर मिड‑ऑवर में संतुलन प्रदान किया, जबकि रोहित पौड़ेल ने कप्तानी में चतुर फील्डिंग बदलाव किए, जिससे टीम का दबाव कम हुआ। इन दोनों के अलावा, किपर बटिया ने अंतिम ओवर में दो छक्की मार कर मैच को शर्लक कर दिया।
यह परिणाम लीग‑2 क्वालिफिकेशन में कैसे असर डालेगा?
नेपाळ को 8 अंक अतिरिक्त मिलेंगे, जिससे वे टॉप‑5 में पहुँचेंगे और अगली चरण में सीधे क्वालिफिकेशन के लिए बेहतर स्थिति बन जाएगी। नेदरलैंड को अंक गिरने से उनकी क्वालिफिकेशन यात्रा कठिन हो जाएगी।
स्कॉटलैंड T20 ट्राइ‑सीरीज़ का समग्र उद्देश्य क्या है?
यह आयोजन असोसिएटेड नेशन को अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का मंच देता है, जिससे उन्हें विश्व कप लीग‑2 में रैंकिंग पॉइंट्स मिलते हैं और बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयारी का अवसर मिलता है।
मैच के दौरान कौन सी रणनीति ने नेपाळ को जीत दिलवाई?
पहले गेंदबाजी में तेज़ पिच को पहचाना और नेदरलैंड को प्रारंभिक गति से रोकना, फिर मध्य‑ओवर में साझेदारी पर ध्यान देना और अंत में लॉस‑ओवर में लक्ष्य के टार्गेट को छोटे‑छोटे बॉलों से हासिल करना। यह सभी मिलकर जीत की कुंजी बने।
भविष्य में नेपाळ के लिए कौन‑से मैच महत्त्वपूर्ण हैं?
लीग‑2 के अगले दो मैचों में नेपाळ को कंबोडिया और युनाइटेड किंगडम (वनडे) के खिलाफ खेलना है। इन जीतों से वे विश्व कप के लिए सीधा क्वालिफ़ायर बना सकते हैं।
Sourav Zaman
अक्तूबर 26, 2025 AT 20:08रोहित पौड़ेल ने टॉस नहीं, बल्कि जीत की सिम्फनी चुनी; फील्डिंग को एतिहासिक बॉलिस्टिक्स में बदल दिया बिना ज्यादा बोले.
Avijeet Das
नवंबर 1, 2025 AT 15:02नेपाळ की इस जीत से क्वालीफ़िकेशन में नई उम्मीदें जाग रही हैं, टीम का बॉलिंग कॉम्बिनेशन खासा असरदार रहा, खासकर आख़िरी ओवर में दबाव संभालने की क्षमता.
Sachin Kumar
नवंबर 7, 2025 AT 09:55कप्तान ने फील्डिंग में छोटे‑छोटे बदलाव करके बड़ा अंतर पैदा किया; यह रणनीति खेल विज्ञान के पाठ्यक्रम में दिखाने योग्य है.
Ramya Dutta
नवंबर 13, 2025 AT 04:48नेपाळ ने यह जीत सिर्फ़ दो गेंदों से नहीं, बल्कि पूरी टीम की मानसिक तैयारी से हासिल की।
रोहित पौड़ेल का निर्णय कि फील्ड पहले किया जाए, कई विशेषज्ञों को चौंका गया था।
लेकिन मैदान पर पिच की तेज़ी ने नीडरलैंड की शुरुआती बौंस को नुकसान पहुंचाया।
जब बेन् फ्लैचर ने अपना डिब्यू टोन किया, तो दर्शकों ने उम्मीदों को फिर से जगा दिया।
फिर भी नेपाळ की बॉलिंग लाइन‑अप ने लगातार मिड‑ऑवर में रफ़्तार को सीमित किया।
इस दौरान रुपेश सिंह की डेब्यू इन्किंग 39 रनों ने मध्य‑ओवर को स्थिर किया।
किपर बटिया ने आख़िरी दो ओवर में दो छक्के मार कर मैच को शॉर्टकट बना दिया।
यह दिखाता है कि छोटे‑छोटे क्षणों में ही बड़े परिणाम छिपे होते हैं।
न केवल बल्लेबाज़ी, बल्कि फील्डिंग में भी टीम ने व्यवस्थित दबाव बनाया।
एक तरफ़ नेट प्रैक्टिस की प्लानिंग और दूसरी तरफ़ इन‑गेम एडजस्टमेंट दोनों का संतुलन था।
इस जीत से नेपाळ को लीग‑2 में पाँचवें स्थान पर पहुंचा दिया, जो पहले की तुलना में काफी आगे है।
नीडरलैंड को अब अपनी टॉप‑ऑर्डर की स्थिरता पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।
आगामी मैचों में कंबोडिया और यूके के खिलाफ नेपाळ को यही फॉर्म बनाए रखना होगा।
अगर वे इस उत्साह को बरकरार रखेंगे, तो 2027 के विश्व कप के लिए उनका रास्ता साफ़ दिखेगा।
कुल मिलाकर, यह मैच रणनीति, धैर्य और युवा ऊर्जा का बेहतरीन मिश्रण था.