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जो रूट ने रचा नया इतिहास
इंग्लैंड के प्रमुख बल्लेबाज जो रूट ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी शिवनारायण चंद्रपाल को पछाड़कर टेस्ट क्रिकेट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में 8वां स्थान प्राप्त किया है। इस सूची का शीर्ष स्थान भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास है। यह सफलता रूट की टेस्ट क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन की पुष्टि करती है।
शानदार प्रदर्शन का सिलसिला
33-34 साल के जो रूट ने अपने करियर में लगभग 50 की औसत से रन बनाए हैं, जो उनकी अद्वितीय बल्लेबाजी क्षमताओं का उदाहरण है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं, जो इंग्लैंड को जीत की राह दिखाने में मददगार सिद्ध हुई हैं। रूट का फिटनेस रिकॉर्ड भी बेहतरीन रहा है, जिसके चलते वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हुए हैं।
आने वाले टेस्ट मैच
इंग्लैंड की टीम अगले साल 2024 में 10 टेस्ट मैच खेलने वाली है। इस दौरान रूट के पास कई और रिकॉर्ड तोड़ने के मौके होंगे। यदि वे इसी गति से रन बनाते रहे, तो वे ब्रायन लारा, कुमार संगकारा और सर एलिस्टेयर कुक जैसे महान खिलाड़ियों को भी पार कर सकते हैं।
रूट के प्रमुख आंकड़े
जो रूट की शानदार बल्लेबाजी का एक और प्रमाण उनका प्रति टेस्ट औसत 84 रन है। यदि वे इसी रफ्तार से रन बनाते रहे, तो उन्हें सचिन तेंदुलकर को पार करने के लिए लगभग 47 और टेस्ट मैच खेलने की जरूरत होगी। उनके इस लक्ष्य को पाने के लिए उनकी फिटनेस और फॉर्म का लगातार बने रहना बेहद जरूरी है।
आधुनिक टेस्ट क्रिकेट में जो रूट का योगदान
जो रूट का नाम टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की सूची में एक प्रमुख स्थान पर आता है। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से कई बार इंग्लैंड को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है। अपनी टैक्निकल क्षमता और मानसिक दृढ़ता के आधार पर रूट ने टेस्ट क्रिकेट में बड़ी-बड़ी पारियां खेली हैं।
उम्मीद है कि जो रूट आने वाले समय में और भी कई रिकॉर्ड तोड़ेंगे और टेस्ट क्रिकेट को नए आयाम देंगे। रूट का यह सफर न केवल उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि इंग्लैंड क्रिकेट के लिए भी गर्व की बात है।
जो रूट का सफर जारी
जो रूट के करियर की बात करें, तो उन्होंने अपने बल्लेबाजी के हुनर और समर्पण से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता है। उनकी यह नई उपलब्धि उनके अनथक मेहनत और क्रिकेट के प्रति अटूट जुनून की गवाही देती है। आने वाले वर्षों में रूट और भी ऊंचाइयों को छू सकते हैं। उनके फैंस और इंग्लैंड क्रिकेट टीम को उनसे बहुत उम्मीदें हैं।
Parmar Nilesh
जुलाई 23, 2024 AT 06:55जो रूट ने चंद्रपाल को पार किया? बस एक ब्रिटिश खिलाड़ी का नाम ऊपर आ गया, लेकिन सचिन के रन्स की तुलना में वो तो एक टिकट बुकिंग का रिकॉर्ड है! भारतीय क्रिकेट की विरासत को ये लोग सिर्फ एक आंकड़े में समझने की कोशिश करते हैं। जब तक तेंदुलकर के नाम के सामने नहीं जाएगा, तब तक ये सब बकवास है।
Arman Ebrahimpour
जुलाई 23, 2024 AT 23:39अरे ये सब फेक न्यूज है भाई ये रूट का रन तो एक बार फिर फेक किया गया है जो रूट ने अपने आप को बड़ा बनाने के लिए फिल्टर किया है असली रिकॉर्ड तो सचिन के हैं और ये सब अंग्रेज अपने बारे में अपने बारे में बताते हैं और हमें भी बताने की कोशिश करते हैं ये अंग्रेज तो हमारे खिलाफ हर चीज चुराने की कोशिश करते हैं
SRI KANDI
जुलाई 24, 2024 AT 06:42क्या आपने कभी सोचा है कि रूट के लिए ये सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक जीवन भर की मेहनत का परिणाम है? उन्होंने बहुत कुछ छोड़ा है... अपने समय, अपने आराम, अपनी व्यक्तिगत जिंदगी... और अभी भी वो बल्ले से बात कर रहे हैं। कुछ लोग इसे बस आंकड़े में देखते हैं। लेकिन इसके पीछे इंसान है।
Ananth SePi
जुलाई 25, 2024 AT 16:58देखो भाईयों, रूट का ये रिकॉर्ड तो बस एक बात बताता है कि टेस्ट क्रिकेट अब बस एक रन का खेल नहीं रहा, बल्कि एक बुद्धि, एक अटूट दृढ़ता, एक लगातार निरंतरता का खेल बन गया है। उनकी बल्लेबाजी में वो गहराई है जो एक जनरेशन के बाद भी याद की जाएगी। वो सिर्फ रन नहीं बनाते, वो इतिहास लिखते हैं। और जब तक हम इसे सिर्फ एक आंकड़े में समझेंगे, तब तक हम इसकी वास्तविकता को नहीं समझ पाएंगे। जो रूट ने जो बनाया है, वो एक शिल्प है, एक कला है।
Gayatri Ganoo
जुलाई 26, 2024 AT 09:16ये सब एक बड़ा धोखा है जो रूट के रन असली नहीं हैं वो अंग्रेजों ने एक फॉर्मूला बना रखा है जिससे वो रन बढ़ा रहे हैं और हमें ये बता रहे हैं कि ये असली है असली रिकॉर्ड तो सचिन के हैं और ये सब एक बड़ा धोखा है
harshita sondhiya
जुलाई 26, 2024 AT 15:26ये रूट का रिकॉर्ड तो बस एक झूठ है जिसे अंग्रेजों ने बनाया है ताकि हम भारतीयों को अपने गर्व का एहसास न हो सके। सचिन के नाम को ये लोग धुल रहे हैं। ये लोग हमारी जीत को अपने नाम पर लिखने की कोशिश कर रहे हैं। ये नहीं जानते कि हमारे खून में क्रिकेट है।
Balakrishnan Parasuraman
जुलाई 27, 2024 AT 17:43यह उपलब्धि वास्तविक है। जो रूट के प्रदर्शन की गुणवत्ता, निरंतरता और व्यावहारिक दृष्टिकोण की उच्चतम अभिव्यक्ति है। इंग्लैंड क्रिकेट के इतिहास में यह एक ऐतिहासिक मोड़ है। इसे आंकड़ों से नहीं, बल्कि विश्लेषण से समझा जाना चाहिए।
Animesh Shukla
जुलाई 28, 2024 AT 00:58क्या हम यह भूल गए हैं कि क्रिकेट केवल रनों का खेल नहीं है? यह एक भावना है, एक समुदाय का जीवन है। जो रूट ने जो किया है, वह एक व्यक्ति की लगन की गवाही है। लेकिन क्या हम इसे सचिन के खिलाफ तुलना करके ही समझने जा रहे हैं? क्या एक व्यक्ति की उपलब्धि को दूसरे के रिकॉर्ड के आधार पर ही मापना जरूरी है? शायद हमें अपने गर्व को अलग तरह से बनाना चाहिए।
Raj Entertainment
जुलाई 30, 2024 AT 00:31दोस्तों ये बात तो बहुत अच्छी है कि रूट ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन याद रखो, सचिन ने जो किया वो अभी तक किसी ने नहीं किया। रूट एक बहुत अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन तेंदुलकर एक देवता है। जिसका दर्शन करना ही बड़ी बात है।
Manikandan Selvaraj
जुलाई 30, 2024 AT 18:13रूट का रिकॉर्ड तो बस एक चाल है जिसे अंग्रेजों ने बनाया है ताकि हम भारतीयों को अपने गर्व का एहसास न हो सके। सचिन के नाम को ये लोग धुल रहे हैं। ये नहीं जानते कि हमारे खून में क्रिकेट है। ये लोग हमारे बारे में झूठ बोल रहे हैं और हम उनकी बात मान रहे हैं। ये तो बहुत बुरा है
Naman Khaneja
अगस्त 1, 2024 AT 02:54वाह रूट ने ये कर दिखाया! बहुत बढ़िया! इंग्लैंड के लिए गर्व की बात है और हमारे लिए भी अच्छी बात है कि दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक इतना अच्छा खेल रहा है। जो रूट बहुत मेहनती है, और अच्छे खिलाड़ी बनने के लिए इतना मेहनत करना जरूरी है। सचिन के बाद भी ऐसे खिलाड़ी आते रहेंगे। जीत नहीं, बल्कि खेल का आनंद लें। 😊
Gaurav Verma
अगस्त 3, 2024 AT 02:41रूट का रिकॉर्ड झूठ है।
Fatima Al-habibi
अगस्त 4, 2024 AT 14:51क्या यह वास्तव में एक उपलब्धि है, या केवल एक आंकड़ा जिसे हम बड़ा बना रहे हैं? यदि हम रूट के औसत को देखें, तो वह तेंदुलकर के औसत की तुलना में बहुत कम है। क्या हम वास्तव में इसे गर्व का कारण बनाने जा रहे हैं, या केवल एक अंग्रेज खिलाड़ी के नाम को बढ़ाने के लिए?
Nisha gupta
अगस्त 5, 2024 AT 16:55इतिहास के लिए यह एक निर्णायक क्षण है। रूट का यह कार्य एक नए युग की शुरुआत है, जहां बल्लेबाजी का अर्थ अब केवल रनों की संख्या नहीं, बल्कि निरंतरता, टिकाऊपन और निर्णय क्षमता है। यह एक नए नमूने की ओर ले जाता है। सचिन की उपलब्धि अमर है, लेकिन रूट ने एक नए आयाम को जन्म दिया है।
Roshni Angom
अगस्त 7, 2024 AT 08:11दोनों ही खिलाड़ी अद्वितीय हैं। जो रूट ने जो किया है, वह अद्भुत है। लेकिन सचिन के रन को देखकर लगता है कि वो एक देवता थे। शायद रूट ने एक रिकॉर्ड तोड़ा है, लेकिन सचिन ने तो एक धारणा बदल दी। दोनों के लिए गर्व करना चाहिए। क्रिकेट का ये खेल ही तो है, जहां हर नया नाम एक नई कहानी लिखता है।