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स्वर्ण मंदिर में योग करने पर इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर के खिलाफ पुलिस मामला
अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब, जिसे आमतौर पर स्वर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है, में योग करने के कारण इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना के खिलाफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। इस घटना ने सिख समुदाय में गहरा आक्रोश उत्पन्न कर दिया है। यह घटना 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर घटी, जब मकवाना ने सुबह 6:57 बजे मंदिर परिसर में प्रवेश किया और 7:04 बजे वहाँ परिक्रमा में योग करना शुरू कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज में घटना की पुष्टि
स्वर्ण मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर योग करने का यह मामला सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा गया। सीसीटीवी फुटेज में मकवाना को मंदिर की परिक्रमा में लगभग एक घंटे तक योग करते हुए देखा गया, जबकि उन्होंने मंदिर में प्रवेश करते ही कोई प्रार्थना नहीं की। इस घटना ने सिख समुदाय के दिलों को गहरी चोट पहुंचाई है और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
SGPC के अध्यक्ष का बयान
घटना पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कड़ी निंदा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पवित्र स्थलों की पवित्रता का अनादर करते हैं, जिससे सिख समुदाय के दिलों में गहरी चोट पहुंचती है। धामी ने कहा, 'यह घटना साबित करती है कि कुछ व्यक्तिगत लाभ के लिए किसी भी सीमा तक जा सकते हैं, वे पवित्र स्थलों की धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं का सम्मान नहीं करते।'
सेवदारों के खिलाफ कार्रवाई
SGPC ने इस घटना के लिए जिम्मेदार सेवदारों के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। आमतौर पर सेवदारों की जिम्मेदारी होती है कि वे मंदिर की पवित्रता बनाए रखें और ऐसे अनुचित कार्यों को रोकें। SGPC की एक जांच समिति ने तीन सेवदारों से उनकी ड्यूटी में हुई इस लापरवाही के लिए पूछताछ की।
मकवाना की माफी
इस घटना के बाद, अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर एक सार्वजनिक माफी जारी की है। उन्होंने इस घटना के लिए खेद व्यक्त करते हुए कहा, 'मुझे नहीं पता था कि यह कार्य सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है। मैं सभी से माफी मांगती हूं और मैं भविष्य में ऐसे किसी भी कार्य से दूर रहूंगी।' मकवाना की यह माफी अब सभी के बीच सुर्खियों में है, लेकिन सिख समुदाय की गहरी भावनाओं को हुई चोटों को दूर करना आसान नहीं होगा।
स्वर्ण मंदिर की महत्ता
स्वर्ण मंदिर सिख समुदाय के लिए अत्यधिक पवित्र और महत्वपूर्ण स्थल है। यह न केवल भारत से बल्कि दुनिया भर से सिख तथा अन्य धर्मों के श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। स्वर्ण मंदिर की पवित्रता बनाए रखना हर सिख का धर्म है और यही कारण है कि इस स्थल पर किसी भी प्रकार का अनुचित कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाता। SGPC इस बात को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि स्वर्ण मंदिर की पवित्रता और उसकी धार्मिक मान्यताओं का सम्मान हर किसी द्वारा किया जाए।
स्वर्ण मंदिर का इतिहास और इसके धार्मिक महत्व को समझना जरूरी है। यह स्थल न केवल सिखों के लिए बल्कि पूरी दुनिया में श्रद्धा का केंद्र है। यहां परिक्रमा में हर पल हजारों श्रद्धालु रहते हैं जो सच्चे मन से प्रार्थना करने आते हैं। ऐसी स्थिति में अर्चना मकवाना का यह कदम सिख समुदाय के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया और इसने उनकी भावनाओं को आहत किया।
vicky palani
जून 25, 2024 AT 12:48jijo joseph
जून 25, 2024 AT 13:57Manvika Gupta
जून 25, 2024 AT 18:26leo kaesar
जून 26, 2024 AT 13:55Ajay Chauhan
जून 28, 2024 AT 10:53Taran Arora
जून 30, 2024 AT 09:32Atul Panchal
जुलाई 2, 2024 AT 08:59Shubh Sawant
जुलाई 3, 2024 AT 05:36Patel Sonu
जुलाई 3, 2024 AT 22:16Puneet Khushwani
जुलाई 4, 2024 AT 15:54Adarsh Kumar
जुलाई 4, 2024 AT 20:10Santosh Hyalij
जुलाई 6, 2024 AT 15:29Sri Lakshmi Narasimha band
जुलाई 7, 2024 AT 01:12Sunil Mantri
जुलाई 8, 2024 AT 07:04Nidhi Singh Chauhan
जुलाई 8, 2024 AT 20:53Anjali Akolkar
जुलाई 8, 2024 AT 20:57sagar patare
जुलाई 9, 2024 AT 18:25srinivas Muchkoor
जुलाई 9, 2024 AT 21:16