गोधावरी बायोरेफिनरीज आईपीओ का शुभारंभ

गोधावरी बायोरेफिनरीज लिमिटेड का दीर्घ प्रतीक्षित आईपीओ 23 अक्टूबर, 2024 से निवेशकों के लिए सब्सक्रिप्शन हेतु खुलने जा रहा है। तीन दिवसीय इस निवेश प्रक्रिया का समापन 25 अक्टूबर, 2024 को होगा, जहाँ कंपनी ने प्रति शेयर के लिए ₹334 से ₹352 का एक विशिष्ट प्राइस बैंड निर्धारित किया है। इस आईपीओ का उद्देश्य है निवेशकों को एक मौका प्रदान करना, जिसमें अनुबंधित रूप से 42 शेयरों और उसके गुणांक में शेयरों की खरीद शामिल है।

आईपीओ का संरचना और योजना

इस आईपीओ के अंतर्गत दो प्रमुख घटक हैं - एक ताजा 0.92 करोड़ शेयरों का इश्यू जो ₹325 करोड़ तक का होगा और एक ऑफर-फॉर-सेल (ओएफएस) घटक जो 0.65 करोड़ शेयरों का है, जोकि ₹229.75 करोड़ तक का अंगीकृत है। इस ओएफएस के तहत, निजी इक्विटी फर्म मंडला कैपिटल एजी अपनी तमाम हिस्सेदारी, यानी 49,26,983 शेयर, बेच देगी। कंपनी ने आईपीओ के बाद की सूचीबद्ध बाजार पूंजीकरण को ₹1,801 करोड़ तक बढ़ने की उम्मीद की है।

गोधावरी की परिचालन क्षमता और व्यापारिक संबंध

गोधावरी बायोरेफिनरीज एक एकीकृत बायोरेफाइनरी कंपनी है, जिसकी एथनॉल उत्पादन क्षमता 570 KLPD है। ये देश के कुछ अग्रणी कंपनियों को अपनी सेवाएँ और उत्पाद प्रदान करती है, जिनमें हर्षे इंडिया, हिंदुस्तान कोका-कोला बेवरेजेस और LANXESS इंडिया शामिल हैं।

वित्तीय स्थिति और भविष्य की रणनीति

वित्तीय प्रदर्शन के संदर्भ में, कंपनी कठिनाइयों का सामना कर रही है। मार्च 2024 में समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए लाभ ₹12 करोड़ तक गिर गया, जो पिछले साल ₹19.6 करोड़ था। इस दौरान, कंपनी की राजस्व भी ₹2,014.7 करोड़ से घटकर ₹1,686.7 करोड़ रही। जून 2024 के तिमाही के लिए, कंपनी ने ₹26.1 करोड़ का घाटा और ₹522.5 करोड़ का राजस्व दर्ज किया।

ग्रे मार्केट प्रीमियम और निवेशकों की अभिरुचि

ग्रे मार्केट में कंपनी के प्रति प्रीमियम नगण्य था, यह संकेत करता है की अनलिस्टेड बाजार में मांग की कमी है। कुछ निवेशक इससे अनिश्चित हो सकते हैं, किंतु यह भी कहा जा सकता है कि यह हिचकिचाहट सिर्फ परिवेशीय आर्थिकी और आईपीओ के प्रदर्शन से संबंधित हो सकती है।

निवेशकों के लिए आरक्षित आवंटन

निवेशकों के लिए आरक्षित आवंटन

यह आईपीओ 50% प्रोबंदिक रविकर्ता निवेशकों के लिए, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों और 35% खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है, जिससे निवेशकों की विविधता सुनिश्चित होती है। कंपनी की यह नीति निवेशकों के लिए लाभकारी हो सकती है।

गोधावरी बायोरेफिनरीज का आईपीओ निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है, जिनको इस उभरते कृषि-आधारित रासायनिक उत्पादन क्षेत्र में निवेश करने की रुचि है। हालांकि, निवेशकों को कंपनी की वर्तमान वित्तीय स्थिति और बाजार में इसकी संभावनाओं को ध्यान में रखकर विवेकपूर्ण निर्णय लेना चाहिए।