OG फिल्म – क्लासिक हिंदी फ़िल्मों की दुनिया
अगर आप बॉलीवुड के पुराने ज़माने की फ़िल्मों की बात सुनते हैं तो मन में तुरंत उन संगीत, डायलॉग और भावनाओं की लहर दौड़ जाती है। OG फिल्म वही कलेक्शन है जिसमें 60‑90 के दशक की यादगार फ़िल्में शामिल हैं। इन फ़िल्मों में ऐसा कुछ है जो नई फ़िल्मों में नहीं मिलता – सच्ची भावनाएँ, अनोखा स्टाइल और कभी‑ना‑भुलाया जाने वाला संगीत।
OG फिल्म क्या है?
OG शब्द का मतलब "ऑरिजिनल गैंगस्टर" नहीं बल्कि यहाँ "Original Great" को दर्शाता है। यानी ऐसी फ़िल्में जो अपने समय में सबसे बेहतरीन थीं और आज भी लोगों को पसंद आती हैं। इन फिल्मों में आमतौर पर सरल कहानी, मजबूत किरदार और दिल को छूने वाला गाना होता है। जैसे कि "शोले", "दीवार", "मदर इंडिया" या "आनंद"।
OG फिल्म की खास बातें
पहली बात तो है संगीत। कई बार यही गाने हमें फ़िल्म की याद दिलाते हैं। आर.डी. बर्मन, लता मंगेशकर, मोहम्मद रफ़ी जैसे संगीतकारों के धुनें आज भी रेडियो पर सुनाई देती हैं। दूसरा, कलाकारों की एक्टिंग। राज कपूर, अमिताभ बच्चन, मायके, धूमिल जैसे अभिनेता-अभिनेत्री अपने किरदार को भरोसे से निभाते थे। तीसरी, कहानी का असर। अक्सर सामाजिक मुद्दों, प्यार और दोस्ती को बड़े दिल से पेश किया जाता है।
जब आप OG फिल्म देखते हैं तो आप सिर्फ एक फ़िल्म नहीं देख रहे होते, बल्कि उस युग की सोच, फ़ैशन और जीवनशैली को भी समझते हैं। पुराने सेट, कपड़े, गाड़ियों की स्टाइल भी एक अलग ही मज़ा देती है। यही कारण है कि कई युवा अब इन फ़िल्मों को Netflix या YouTube पर देख रहे हैं, ताकि वे भी इस अहसास को महसूस कर सकें।
अगर आप अभी शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले कुछ मशहूर फ़िल्में चुनिए—जैसे "ड्रामा"/"प्यार का पंचनामा"। फिर धीरे‑धीरे ऐसे फ़िल्में देखें जिनमें सिर्फ़ एक या दो बड़े गाने हों; इससे आप संगीत का माहौल समझ पाएँगे। एक पोस्ट‑ट्रैकिंग नोटबुक रखें – कौन‑से गाने, कौन‑से डायलॉग आपको पसंद आए, क्यों। इससे आप फ़िल्मों को और गहराई से समझ पाएँगे।
आपको लगा होगा कि ये फ़िल्में बहुत पुरानी हैं, पर ऐसा नहीं है। हर फ़िल्म में आज भी प्रासंगिक बातें हैं—जैसे सामाजिक वर्ग, परिवार की जिम्मेदारी या सपनों की तलाश। यही कारण है कि OG फिल्में कई बार रीमिक्स या रीमैड भी बनती हैं। इसलिए जब आप मूल फ़िल्म देखें, तो रीमिक्स का मज़ा और भी बढ़ जाता है।
सोचिए, एक बार जब आप OG फिल्म की दुनिया में कदम रखेंगे तो आप कभी वापस नहीं लौटेंगे। हर फ़िल्म आपको एक नया अनुभव देगी, नई सीख देगी और आपके दिल को गहराई से छू लेगी। तो देर मत कीजिए, अपने पसंदीदा क्लासिक फ़िल्में चुनिए और आज़माइए—आपको यकीनन मज़ा आएगा।