ओला इलेक्ट्रिक का IPO: म्यूचुअल फंड्स ने हासिल किया 18% आवंटन

ओला इलेक्ट्रिक, जो भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक दोपहिया निर्माण कंपनी है, ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के जरिये एंकर निवेशकों से 2,763 करोड़ रुपये जुटाने में सफलता प्राप्त की है। यह IPO 2 अगस्त से 6 अगस्त तक ग्राहकों के लिए खुला रहेगा, जिसमें 5,500 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 645.96 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश शामिल है, जिससे कुल आईपीओ फंड्स 6,145.96 करोड़ रुपये बनता है।

ओला इलेक्ट्रिक ने अपने आईपीओ की प्राइस बैंड प्रति इक्विटी शेयर 72 रुपये से 76 रुपये के बीच तय की है। इस आईपीओ का आवंटन संस्थागत निवेशकों के लिए 60% आरक्षित रखा गया था, जिसे एंकर बुक के जरिये आवंटित किया गया। इस एंकर आवंटन में दस घरेलू म्यूचुअल फंड्स ने भाग लिया, जिन्होंने 1,117 करोड़ रुपये जुटाए। कुल आरक्षण का 40% हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंड्स को आवंटित किया गया, जबकि वैश्विक निवेश फर्मों ने 54% तक का हिस्सा प्राप्त किया।

घरेलू और विदेशी निवेशकों की भागीदारी

एंकर आवंटन में दो घरेलू जीवन बीमा कंपनियों – भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस और कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस ने भी भाग लिया। इसके अतिरिक्त, घरेलू संस्था बेंगल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड को एंकर हिस्से का 0.2% आवंटित किया गया। विदेशी निवेशकों में नोमुरा, गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल, फिडेलिटी, टेम्पलटन ग्लोबल और गोल्डमैन सैक्स शामिल थे, जिन्होंने एंकर बुक में भाग लिया।

घरेलू म्यूचुअल फंड्स में SBI MF, HDFC MF, और निप्पॉन इंडिया MF ने एंकर हिस्से में अपेक्षाकृत अधिक आवंटन प्राप्त किया। विभिन्न श्रेणियों की स्कीम्स ने एंकर आवंटन में भाग लिया, विशेष रूप से वे जिनके वर्तमान पोर्टफोलियो में ऑटो और ऑटो-संबंधित क्षेत्र शामिल थे। इस प्रकार, ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ में मजबूत निवेशक रुचि देखी गई है, जो कंपनी के भविष्य के विकास की संभावनाओं पर सकारात्मक संकेत देता है।

ओला इलेक्ट्रिक का भविष्य

ओला इलेक्ट्रिक के इस आईपीओ को भारतीय दोपहिया वाहनों के बाजार में एक महत्वाकांक्षी कदम माना जा रहा है। कंपनी अपने मौजूदा मार्केट शेयर को और बढ़ाना चाहती है और सरकारी प्रोत्साहनों के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी बनना चाहती है। निवेशकों का विश्वास कंपनी की मजबूती और उसके बिजनेस मॉडल पर आधारित है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ते बदलाव और पर्यावरणीय चिंताओं ने भी इस आईपीओ को आकर्षक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इस आईपीओ के जरिए ओला इलेक्ट्रिक अपने उत्पाद श्रेणी को विस्तारित करने, अनुसंधान और विकास में निवेश बढ़ाने और उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए आवश्यक पूंजी जुटाने की योजना बना रही है। यह सब कंपनी को एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी स्थिति में बनाए रखने में मदद करेगा।

निवेशकों का आकर्षण

ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ ना केवल घरेलू निवेशकों के लिए, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी निवेश का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता, बेहतरीन मार्केटिंग रणनीति और उत्पाद की उच्च गुणवत्ता ने निवेशकों को आकर्षित किया है।

भारतीय बाजार में बढ़ती इलेक्ट्रिक वाहन एडॉप्शन को देखते हुए, ओला इलेक्ट्रिक की इस आईपीओ में मजबूत संभावनाएं हैं। संसाधनों का प्रभावी उपयोग और तकनीकी नवाचारों के माध्यम से, कंपनी ने अपने लिए एक स्थायी आधार बनाया है। निवेशकों का भरोसा और रुचि दर्शाती है कि वे कंपनी के भविष्य में आश्वस्त हैं।

इस प्रकार, ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ म्यूचुअल फंड्स और अन्य निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय अवसर प्रदान करता है। यह देखना रोचक होगा कि कैसे निवेशक और बाजार इस आईपीओ का स्वागत करते हैं और कंपनी इसके द्वारा अपने उद्देश्यों को कैसे प्राप्त करती है।