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लोक सभा में राहुल गांधी का भाषण और सवाल
लोक सभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद की जीत की तारीफ की। प्रसाद की उम्मीदवारी और जीत पर खुशी जाहिर करते हुए, गांधी ने उनके आत्मविश्वास को सराहा। राहुल ने प्रसाद के शब्दों का हवाला देते हुए कहा कि प्रसाद को पहले दिन से ही विश्वास था कि वे अयोध्या-फैजाबाद लोक सभा सीट से जीतेंगे।
राहुल गांधी ने इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर भी सवाल उठाए और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि उनके ही आदेश पर उन्हें निशाना बनाया गया और 20 से अधिक मामलों का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही राहुल ने यह भी बताया कि उनकी संपत्ति छीनी गई और उनको प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के द्वारा 55 घंटे तक पूछताछ का सामना करना पड़ा।
संविधान की रक्षा के लिए सामूहिक प्रयास
राहुल गांधी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि इन सभी चुनौतियों के बावजूद वे संविधान की रक्षा के लिए किए गए सामूहिक प्रयासों पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे अब भाजपा सांसद भी 'जय संविधान' के नारे उछालने लगे हैं, जो कि एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का संकेत है।
राहुल गांधी का यह भाषण राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने अपने भाषण में कई अहम मुद्दों को उठाया और कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे। इसने लोक सभा में सभी सदस्यों का ध्यान आकर्षित किया।
माइक नियंत्रण पर सवाल
राहुल गांधी ने अपने भाषण में यह सवाल भी उठाया कि लोक सभा में माइक का नियंत्रण किसके हाथ में है। उन्होंने कहा कि जब भी विपक्ष के सांसद महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने की कोशिश करते हैं, तो उनका माइक बंद कर दिया जाता है। उन्होंने इस संदर्भ में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से जवाब मांगा।
ओम बिड़ला का जवाब
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि माइक का नियंत्रण एक तकनीकी व्यवस्था के तहत होता है और इसमें किसी भी सदस्य की आवाज को रोकने का कोई उद्देश्य नहीं होता। उन्होंने कहा कि नियमों और प्रक्रियाओं के तहत ही माइक का संचालन होता है।
राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर तीखे प्रहार किए और उन पर विपक्ष को दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, चाहे वह कानूनी मामलों के जरिए हो या प्रशासनिक दबाव के जरिए।
राहुल गांधी के इन आरोपों पर भाजपा के कई सांसदों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे निराधार बताया। उनका कहना था कि विपक्ष के पास हर मुद्दे पर खुलकर बोलने का अवसर है और सरकार किसी की आवाज दबाने का प्रयास नहीं करती।
राहुल गांधी के इस भाषण ने एक बार फिर से राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और राजनैतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस बहस का असर क्या होगा और क्या विपक्ष इन मुद्दों को आगे बढ़ाते हुए सरकार पर दबाव बनाएगा।
हमले और उनके आरोप
राहुल गांधी ने अपने ऊपर हुए हमलों को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी और बताया कि कैसे हर कदम पर उन्हें निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्होंने सरकार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की, उनके खिलाफ मामले दर्ज होने लगे।
राहुल गांधी का कहना था कि यह सिर्फ उनके विपक्षी होने का परिणाम नहीं है, बल्कि यह सरकार की रणनीति का हिस्सा है ताकि विपक्ष को कमजोर किया जा सके। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे इस संघर्ष में मजबूती से उनके साथ खड़े रहें और संविधान की रक्षा के लिए एकजुट रहें।
भविष्य की रणनीति
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कांग्रेस पार्टी की भविष्य की रणनीति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर हाल में संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी और देश के नागरिकों के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगी।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता के बीच जाएं और उन्हें सरकार की असलियत से अवगत कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस लोक सभा में भी अपनी आवाज मजबूत तरीके से उठाएगी और सरकार की नीतियों का विरोध करेगी।
राहुल गांधी का यह भाषण कई मायनों में महत्वपूर्ण था। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरा और विपक्ष की भूमिका को मजबूत करने का संकेत दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी किस तरह से इन मुद्दों को लेकर सरकार को घेरती है और क्या इसमें वह सफल हो पाती है या नहीं।
Manvika Gupta
जुलाई 3, 2024 AT 21:43ये सब बातें पुरानी हो चुकी हैं अब तो बस देखो कि असली बदलाव क्या हो रहा है घर पर बिजली आ रही है या नहीं
मैं तो बस अपने बच्चे के लिए एक अच्छा भविष्य चाहती हूँ
leo kaesar
जुलाई 4, 2024 AT 22:27माइक बंद कर देना तो बस शुरुआत है
अब तो ट्विटर पर भी बोलने की इजाज़त नहीं
Ajay Chauhan
जुलाई 5, 2024 AT 21:07राहुल गांधी का भाषण देखकर लगता है जैसे कोई पुरानी फिल्म का रीमेक चल रहा हो
कोई नया आइडिया नहीं बस वही बातें दोहरा रहे हैं
इतने सालों बाद भी यही रणनीति चल रही है
जब तक नए लोग नहीं आएंगे तब तक यही चक्र चलता रहेगा
कांग्रेस के पास तो अब बस राहुल के नाम का ब्रांड बचा है
और उसे भी अब लोग थक चुके हैं
इतनी बार एक ही लाइन दोहराना कोई स्ट्रैटेजी नहीं है
बस बोरिंग है
और फिर भी वो लोग इसे अपनी नयी गाथा बना रहे हैं
क्या ये देश के लिए अच्छा है?
मुझे नहीं लगता
हर चुनाव में वही गाना
क्या इसका कोई अंत होगा?
या फिर हमें अपने दिमाग को बंद कर देना चाहिए?
क्योंकि अगर नहीं तो ये सब बातें बस दिमाग को खराब कर देंगी
Taran Arora
जुलाई 6, 2024 AT 09:17भाई ये सब बातें तो हर दिन होती हैं
लेकिन याद रखो एक चीज़ - अगर तुम अपने देश के लिए लड़ रहे हो तो तुम अकेले नहीं हो
हजारों लोग तुम्हारे साथ हैं
कांग्रेस के लिए नहीं
संविधान के लिए
और ये बात कभी भूलना नहीं
हर छोटा आवाज़ बड़ा बदलाव ला सकती है
तुम जो बोल रहे हो वो सुन रहे हैं
अगर तुम डर गए तो वो जीत जाएंगे
लेकिन अगर तुम लड़े तो देश तुम्हारे साथ है
हम तुम्हारे साथ हैं
हर एक दिन का ये संघर्ष भविष्य का आधार है
तो बस आगे बढ़ो
हम तुम्हारे पीछे हैं
Atul Panchal
जुलाई 6, 2024 AT 09:44माइक बंद करने की बात तो बस एक डिवर्जन है
असली बात ये है कि विपक्ष देश के विकास के लिए कुछ भी नहीं ला रहा
बस चिल्ला रहा है
प्रवर्तन निदेशालय के मामले तो कानून के तहत हैं
कोई भी व्यक्ति जो गलत काम करता है उसे जांच मिलती है
ये राजनीति नहीं न्याय है
अगर तुम अपराधी नहीं हो तो तुम्हें क्या डर है?
ये सब बातें तो बस एक ड्रामा है जिसे विपक्ष चला रहा है
जनता अब इसकी बात नहीं सुनती
वो तो देख रही है कि बिजली कैसे आ रही है
सड़कें कैसे बन रही हैं
और ये बात तो विपक्ष के पास जवाब नहीं है
Shubh Sawant
जुलाई 6, 2024 AT 11:18राहुल गांधी के बारे में जो कुछ भी बोला जा रहा है वो बकवास है
हम लोगों को तो बस एक अच्छा देश चाहिए
और वो तो सिर्फ मोदी जी ही बना सकते हैं
अगर विपक्ष असली चीज़ों पर ध्यान देता तो आज देश अलग होता
Puneet Khushwani
जुलाई 7, 2024 AT 18:40ये सब बातें तो बस वक्त बर्बाद करने का तरीका है
कोई नतीजा नहीं