भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के शेयर की कीमत में सोमवार को 4.18% की गिरावट देखी गई और यह 305.85 रुपये पर आ गया। वैश्विक ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी के अनुमान से कम चौथी तिमाही के नतीजों के बाद अपना रुख संशोधित किया है।

मॉर्गन स्टैनली ने भेल पर 'इक्वलवेट' रेटिंग बरकरार रखी है और इसका लक्ष्य 220 रुपये तय किया है। फर्म का मानना है कि कंपनी की आय में सुधार की संभावना है, लेकिन वेंडर बेस कम होने से जोखिम भी है। सीएलएसए ने भेल पर 'सेल' रेटिंग जारी रखी है और इसका लक्ष्य बढ़ाकर 189 रुपये कर दिया है।

जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने भेल के फ्यूचर्स में 310 रुपये, 302 रुपये और 295 रुपये के लक्ष्य के लिए बिकवाली की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कंपनी का एग्जीक्यूशन खराब है, कैश फ्लो कमजोर है और वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट ठीक नहीं है, हालांकि ऑर्डर बुक मजबूत है।

भेल ने मार्च तिमाही में खर्च बढ़ने से अपने समेकित शुद्ध लाभ में 25% की गिरावट दर्ज की है। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ 489.62 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भी कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ घटकर 282.22 करोड़ रुपये रह गया है।

इसके बावजूद भेल का शेयर पिछले एक साल में 302% से ज्यादा का मल्टीबैगर रिटर्न दे चुका है। कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 12.50% या 25 पैसे प्रति शेयर की दर से अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।

भेल के वित्तीय प्रदर्शन पर एक नजर

विवरण मार्च तिमाही (करोड़ रुपये) वित्त वर्ष 2023-24 (करोड़ रुपये)
समेकित शुद्ध लाभ 489.62 282.22
शुद्ध लाभ में गिरावट (%) 25% -

भेल के प्रबंधन को आने वाले समय में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। कंपनी को अपने वेंडर बेस को मजबूत करने, एग्जीक्यूशन में सुधार लाने, कैश फ्लो और वर्किंग कैपिटल प्रबंधन पर ध्यान देने की जरूरत है।

हालांकि भेल का ऑर्डर बुक मजबूत है, जो कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत है। लेकिन निवेशकों को शेयर में निवेश करते समय सतर्क रहने की जरूरत है और कंपनी के प्रदर्शन पर करीब से नजर रखनी चाहिए।

अनिल सिंघवी की सलाह

जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने भेल के शेयर पर अपनी राय देते हुए कहा है कि:

  • भेल का एग्जीक्यूशन खराब है
  • कैश फ्लो कमजोर है
  • वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट ठीक नहीं है
  • हालांकि ऑर्डर बुक मजबूत है

उन्होंने निवेशकों को भेल के फ्यूचर्स में बिकवाली की सलाह दी है और 310 रुपये, 302 रुपये और 295 रुपये के लक्ष्य रखने को कहा है।

भेल का शेयर पिछले एक साल में 302% से ज्यादा का शानदार रिटर्न दे चुका है, लेकिन हाल के नतीजों ने निवेशकों को निराश किया है। कंपनी के सामने कई चुनौतियां हैं, जिन पर प्रबंधन को ध्यान देने की जरूरत है। निवेशकों को भी अपने निवेश के फैसले से पहले कंपनी के प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं का गहराई से विश्लेषण करना चाहिए।

फिलहाल भेल के शेयर में अस्थिरता देखने को मिल रही है और आने वाले दिनों में इसके प्रदर्शन पर निवेशकों की नजरें टिकी रहेंगी।

15 टिप्पणि

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    SRI KANDI

    मई 23, 2024 AT 14:06

    ये शेयर तो पिछले साल जब 75 रुपये में था, उस समय से देख रही हूँ... अब ये गिरावट तो बस एक थोड़ा सा सांस लेने का अवसर है।

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    Ananth SePi

    मई 23, 2024 AT 21:13

    भेल का ऑर्डर बुक तो अभी भी भारत के बिजली बाजार का असली रक्षक है, पर जब तक वेंडर्स के साथ उनकी जुड़ाव की डोरी टूटती रहेगी, तब तक लाभ भी तो बस डिजिटल तालिका में ही रहेगा... जैसे कोई अच्छा सपना जो सुबह उठते ही भूल जाता है।

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    Gayatri Ganoo

    मई 25, 2024 AT 06:11

    ये सब ब्रोकर्स का खेल है... जब शेयर ऊपर जाता है तो वो कहते हैं 'मल्टीबैगर', जब नीचे आता है तो 'कैश फ्लो कमजोर'... ये सब तो बस एक बड़ा धोखा है।

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    harshita sondhiya

    मई 26, 2024 AT 18:58

    इस कंपनी को तो निवेशकों के पैसे से चलाया जा रहा है, न कि अच्छे बिजनेस मॉडल से। बोर्ड के लोग तो अभी भी लाभांश बांटने के बारे में सोच रहे हैं, जबकि ऑपरेशनल बेस तो जल रहा है।

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    Balakrishnan Parasuraman

    मई 27, 2024 AT 20:32

    भारतीय कंपनी है, भारतीय ऑर्डर हैं, भारतीय इंजीनियरिंग है-फिर भी विदेशी ब्रोकर्स इसे 'सेल' क्यों कह रहे हैं? क्या हमारी क्षमता उनकी आंखों में नहीं दिखती? ये तो निर्मम विश्वासघात है।

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    Animesh Shukla

    मई 28, 2024 AT 19:38

    क्या हम यह भूल गए कि जब कोई कंपनी बहुत तेजी से ऊपर जाती है, तो उसका गिरना भी ज़रूरी होता है? ये गिरावट तो शायद एक संतुलन की कोशिश है... जैसे एक बड़े वृक्ष की डाल जो बहुत ऊपर तक बढ़ गई है, अब थोड़ा झुक जाती है ताकि टूटे नहीं।

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    Abhrajit Bhattacharjee

    मई 29, 2024 AT 10:34

    मैं तो इसे एक अवसर समझ रहा हूँ... 302% रिटर्न देने वाली कंपनी का अचानक गिरना? अगर आपके पास थोड़ा धैर्य है, तो ये बस एक अच्छा बाय-इन पॉइंट है।

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    Raj Entertainment

    मई 31, 2024 AT 10:10

    भाई, ये तो बस बाजार का खेल है... जब तक तुम अपना निवेश देखते रहोगे, तब तक तुम्हें डर लगता रहेगा। ऑर्डर बुक मजबूत है, तो बस बैठ जाओ, थोड़ा धैर्य रखो।

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    Manikandan Selvaraj

    जून 2, 2024 AT 06:16

    ये लाभांश वाली बात तो बस धोखा है... जब तुम अपनी जेब खाली कर रहे हो तो कोई बस तुम्हें एक मिठाई देता है और बोलता है 'देखो, मैंने तुम्हारे लिए कुछ किया'

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    Naman Khaneja

    जून 2, 2024 AT 16:27

    दोस्तों डरो मत... ये गिरावट तो बस एक ब्रेक है... जैसे बाइक चलाते वक्त थोड़ा ब्रेक लगाओ तो आगे ज्यादा तेज चलता है 😊

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    Gaurav Verma

    जून 2, 2024 AT 21:29

    ये सब एक राष्ट्रीय धोखा है... ब्रोकर्स और एनालिस्ट्स ने सब कुछ फेक कर दिया है।

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    Fatima Al-habibi

    जून 3, 2024 AT 07:12

    अच्छा, तो एक कंपनी जिसका शुद्ध लाभ 25% गिर गया, और फिर भी उसे 'मल्टीबैगर' कहने की आदत है? ये तो बिल्कुल उस तरह है जैसे किसी को बार-बार धोखा देकर उसे 'होनहार' कहना।

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    Nisha gupta

    जून 4, 2024 AT 09:11

    इतिहास दिखाता है कि जो कंपनियाँ अपने आधार को मजबूत करती हैं, वे अस्थिरता के बाद भी टिकती हैं। भेल के पास ऑर्डर बुक है-यह उसकी आत्मा है। बाकी सब बस शरीर के टूटने के लक्षण हैं।

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    Roshni Angom

    जून 5, 2024 AT 08:53

    मैंने इसे देखा है... जब बाजार अत्यधिक उत्साहित होता है, तो वह अपने आप को गिरने के लिए तैयार कर लेता है। ये गिरावट तो एक नियमित चक्र है... जैसे दिन और रात। अगर आप चाहते हैं कि ये अच्छा हो, तो बस रात का इंतजार करें।

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    vicky palani

    जून 5, 2024 AT 23:04

    ये लाभांश देने की बात तो बस एक जाल है... जिससे निवेशकों को ये लगे कि कंपनी अभी भी स्वस्थ है। पर वास्तव में ये तो एक जहरीला गोल्डन बाल्टी है जिसमें अब सिर्फ शरीर के अवशेष ही रह गए हैं।

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